देवली। देवली उनियारा में अलीगढ़ मोड़ पर गुरुवार को मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला हुआ, जब पीटीआई के पत्रकार अजीत सिंह शेखावत और कैमरामैन धर्मेंद्र को कर्तव्य पालन के दौरान न केवल पीटा गया, बल्कि उनका कैमरा और मोबाइल भी छीन लिया गया। यह शर्मनाक घटना न केवल पत्रकारिता पर प्रहार है, बल्कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया के अधिकारों को चुनौती भी है।
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पिंक सिटी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष मुकेश मीणा ने बताया कि घायल पत्रकारों को गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस ट्रोमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती करवाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। इस घटना ने पूरे पत्रकार समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
राजस्थान पत्रकार परिषद के प्रदेशाध्यक्ष रोहित सोनी और पूर्व अध्यक्ष गिरिराज अग्रवाल ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और सरकार से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया है कि प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून को तुरंत लागू किया जाए।
पत्रकार परिषद ने अपील की है कि आगामी विधानसभा सत्र में पत्रकार सुरक्षा विधेयक पारित किया जाए। परिषद का कहना है कि जब तक यह विधेयक प्रभावी नहीं होता, तब तक इसे अध्यादेश के रूप में लागू किया जाए। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि पत्रकार बिना किसी भय या दबाव के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।
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