• Aapki Saheli
  • Astro Sathi
  • Business Khaskhabar
  • ifairer
  • iautoindia
1 of 1

समतापूर्वक साधना समाधि है, साधु समाधि साधना से मरण को सुमरण बनाते हैं : वर्धमान सागर महाराज

adhana with equanimity is Samadhi, Sadhus make death a remembrance by doing Samadhi: Vardhman Sagar Maharaj - Tonk News in Hindi

-जैन नसिया में बह रही है धर्म की गंगा... टोंक। वीतरागी, सर्वज्ञ और हितोपदेशी भगवान द्वारा प्रतिपादित जिनधर्म केवलज्ञान रूपी लक्ष्मीयुक्त हैं, जो धर्मधारण, पालन करने से मिलती हैं धर्म का संग्रह ओर धन के संग्रह में अंतर होता हैं, धर्म संग्रह से पुण्य की वृद्धि होती हैं। क्योंकि धर्म मोक्ष का पथ प्रदर्शक है। धार्मिक मंडलविधान की प्रभावना से पुण्य मिलता हैं, आत्मा की प्रभावना संयम दीक्षा से होती हैं। साधु समाधि के परम लक्ष्य को लेकर संयम धारण करते हैं। समतापूर्वक साधना को समाधि कहते हैं, इससे मरण भी सुमरण हो जाता हैं। यह मंगल देशना सोलह कारण भावना पर्व पर राजकीय अतिथि पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधी वर्धमान सागर महाराज ने धर्मसभा में प्रकट की। आप लोग जन्मदिन मनाते हैं, वास्तव में साधु की दीक्षा लेते ही उसका नया जन्म प्रारंभ होता है। जितने वर्ष का जन्मदिन आप मनाते हो वास्तव में उतनी आयु आपकी कम होती जाती है। आयु हर पल हर क्षण कम होती है। जिंदगी भर आपका कार्य कैसा रहा है? इसकी परीक्षा मृत्यु अथवा सल्लेखना समाधि के समय होती है। प्रथमाचार्य शांतिसागर महाराज गृहस्थ और साधु जीवन में शांति के सागर रहे, उन्होंने जीवन भर समता धारण कर अनेक उपवास कर उपसर्ग, परिषह को समता से सहन किया। साधु के 10 प्रकार की विवेचना में आचार्य ने बताया कि साधु की सेवा वेयावृति करते समय उनके गुण ग्रहण अर्थात उनके समान वैराग्य धारण करने के भाव परिणाम रखना चाहिए। साधु की सेवा स्वाध्याय के समय आहार, विहार, निहार, के समय श्रद्धा, प्रसन्नता, भक्ति, वात्सल्य एवं बिना ग्लानि के करना चाहिए, क्योंकि साधु परमेष्ठि धर्मतीर्थ होते है। सभी को रत्नाकरण श्रावकाचार ओर प्रथमानुयोग के ग्रंथों का स्वाध्याय कर मनन चिंतन करना चाहिए, इससे धर्म में वृद्धि होती हैं। आचार्य के प्रवचन के पूर्व मुनि दर्शित सागर के उपदेश हुए। समाज के प्रवक्ता पवन कंटान और विकास जागीरदार ने बताया कि बुधवार की प्रात: मुनि हितेंद्र सागर और चिंतन सागर महाराज के केशलोचन हुए। आचार्य शांति सागर आचार्य पद प्रतिष्ठापना शताब्दी महोत्सव के अंतर्गत आगामी 22 और 23 जुलाई को विद्वत संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री, टोंक के विधायक सहित अनेक राजनीतिक सामाजिक पदाधिकारियों के शुभकामना संदेश भी प्राप्त हो रहे हैं।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

यह भी पढ़े

Web Title-adhana with equanimity is Samadhi, Sadhus make death a remembrance by doing Samadhi: Vardhman Sagar Maharaj
खास खबर Hindi News के अपडेट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करे!
(News in Hindi खास खबर पर)
Tags: tonk, vardhman sagar maharaj, dharmasabha, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, real time news, tonk news, tonk news in hindi, real time tonk city news, real time news, tonk news khas khabar, tonk news in hindi
Khaskhabar.com Facebook Page:
स्थानीय ख़बरें

राजस्थान से

प्रमुख खबरे

आपका राज्य

Traffic

जीवन मंत्र

Daily Horoscope

वेबसाइट पर प्रकाशित सामग्री एवं सभी तरह के विवादों का न्याय क्षेत्र जयपुर ही रहेगा।
Copyright © 2025 Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved