जयपुर/ श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर जिले के एटा सिंगरासर क्षेत्र के किसानों की इंदिरा गांधी नहर परियोजना (आईजीएनपी) से पानी की मांग के विषय पर 14 जून को एक प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर में राज्य सरकार के साथ बैठक की। बैठक में राज्य सरकार की ओर से काश्तकार प्रतिनिधियों को यह स्पष्ट कर दिया गया कि इस क्षेत्र के गांवों को सिंचाई के लिए वर्तमान में पानी देना संभव नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एटा सिंगरासर क्षेत्र के किसानों की मांग पर सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञ समिति ने इस विषय में अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वर्तमान में आईजीएनपी से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं है। किसान प्रतिनिधियों ने विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट की प्रति की मांग की थी। इस पर राज्य सरकार ने किसानों को रिपोर्ट की प्रति शीघ्र उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
काश्तकार प्रतिनिधियों द्वारा बैठक में कहा गया कि यदि आने वाले समय में अभी के मुकाबले अतिरिक्त पानी उपलब्ध होने की संभावना हो, तो उस पानी के उपयोग के लिए राज्य सरकार प्राथमिकता तय करे। इस पर राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि अभी यह अनुमान लगाना संभव नहीं है कि कितने समय में कितना अतिरिक्त पानी उपलब्ध हो सकेगा। अतिरिक्त उपलब्ध पानी के उपयोग की प्राथमिकता तय नीति के अनुसार उचित समय पर की जाएगी।
बैठक के बाद यह बात फैलाई जा रही है कि राज्य सरकार ने यह मान लिया है कि आईजीएनपी से एटा सिंगरासर क्षेत्र को देने के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध है। राज्य सरकार की ओर से यह पुन: स्पष्ट किया जाता है कि एटा सिंगरासर को आईजीएनपी से पानी देने के लिए वर्तमान में पानी उपलब्ध नहीं है।
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