श्रीगंगानगर। यूं तो सूबे में अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा आमजन के कार्य समय पर पूरा नहीं करने और लापरवाही बरतने की बातें तो आए दिन सामने आती रहती हैं, लेकिन विकास व जनता की समस्याओं से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर होने वाली बैठक में भी अगर अधिकारी समस्याओं को सुनने में दिलचस्पी लेने की बजाय फोन पर व्यस्त रहें तो लोगों की परेशानियों का समाधान होने पर प्रश्नचिह्न खड़ा हो जाता है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ऐसा ही नजारा दिखा श्रीगंगानगर जिला परिषद की चार माह बाद हुई बैठक में। कुछ अधिकारी तो बैठक में पहुंचे ही नहीं और जो आए थे उनमें से कई अपने फोन पर ही व्यस्त रहे। जिला परिषद की बैठक में जब सांसद, एमएलए व जिला प्रमुख सहित तमाम जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करके अधिकारियों का ध्यान दिला रहे थे, तब पदमपुर की बीडीओ साजिया खान और पास में बैठी सूरतगढ़ की बीडीओ अपने मोबाइलों पर व्यस्त नजर आ रही थीं।
बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति बनी: RJD 26 ,कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
'बहुत सकून मिला है', अंसारी की मौत के बाद पीड़िता का बयान
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: PM बोले-भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में डीपफेक एक बड़ी चिंता
Daily Horoscope