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श्रीगंगानगर। विश्व नशा मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के अंतर्गत ‘‘ज़िंदगी चुनो, नशा नहीं’’ विषय पर गुरुवार को पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें बच्चों की कल्पनाशक्ति और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
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सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक वीरेन्द्र पाल ने बताया कि प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपनी कला के ज़रिए ‘‘नशा नहीं, नव निर्माण चाहिए’’, का संदेश दिया। प्रशिक्षु आईएएस अदिति यादव सहित अतिथियों ने बच्चों की चित्रकला को सराहते हुए कहा कि जब रंगों में जीवन बोलता है, तो समाज नशे के अंधेरे से निकलकर उजाले की ओर बढ़ता है। इन बच्चों की सोच और संकल्प ही भविष्य का नया आधार है।
अभियान के सह प्रभारी विक्रम ज्याणी ने कहा कि बच्चों की कल्पनाओं में जो स्पष्टता है, वह हम बड़ों को जिम्मेदारी का आईना दिखाती है। उनके चित्र सिर्फ रंग नहीं हैं। वे बदलाव की पुकार हैं।
कार्यक्रम में उपस्थितजनों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। प्रतियोगिता में बच्चों ने पोस्टर और पेंटिंग के माध्यम से दिखाया कि कैसे नशा जीवन को अंधकार में ले जाता है और कैसे शिक्षा, खेल, परिवार और सकारात्मक सोच उस अंधेरे से बाहर निकाल सकती है। अंत में विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
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