श्रीगंगानगर। किसान हर परिस्तिथियों में हाड़तोड़ मेहनत करके खेतों से अन्न पैदा करता है, लेकिन जब फसल बेचने की बारी आती है तो मंडी में आढ़तिया किसान की फसल के भाव मन मुताबिक तय करता है। ऐसे में किसानों को अपनी मेहनत से पैदा की गई फसल सही दाम नहीं मिल पाता। इस समस्या को खत्म करने के लिए अब किसानो के लिए देश में पहली बार सीजीआर नामक संस्था ने एक ऐसी पहल की है, जिससे किसान ना केवल अपनी फसल के भाव खुद तय करेगा, बल्कि आढ़तिये के कमीशन से भी छुटकारा मिलेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल श्रीगंगानगर जिले में पहली डिजिटल मंडी की शुरुआत सीजीआर ग्रुप की ओर से लांच की गई है। सीजीआर मंडी को क्षेत्र के किसानों के लाभ के लिए शुरू किया गया है। सबसे पहले जिले की 335 ग्राम पंचायतो पर 335 किसान मित्र नियुक्त किए हैं, जो किसानों को एप की जानकारी देंगे। सीजीआर ग्रुप के एमडी अमन चौधरी ने बताया कि यह डिजिटल मंडी देश की पहली ऑनलाइन मंडी है, जहां किसान अपना माल अपने भाव पर सीधा ग्राहकों को बेच सकेंगे। सीजीआर कोलेटरल मैनेजमेंट के पास राजस्थान गुजरात में करीब 105 जगहों पर वेयरहाउस की सुविधा है। इस मंडी में केवल एक प्रतिशत का चार्ज लगेगा जो ट्रेडर द्वारा देय होगा। वहीं सीजीआर की इस पहल को किसान अपने लिए बेहतर बता रहे है।
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