- किसानों को जल्द मिलेगी पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पर्ची
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श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर लोक बंधु एवं राज्य सूचना विज्ञान अधिकारी एनआईसी जयपुर जितेन्द्र कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में तैयार किये गये डिजिटल बाराबंदी सिस्टम का लोकार्पण सोमवार को लोकबंधु द्वारा जल संसाधन विभाग श्रीगंगानगर के स्काडा नियंत्रण कक्ष में किया गया।
बाराबंदी सिस्टम का लोकार्पण करने पर जिला कलक्टर ने बताया कि पूर्व में जल संसाधन विभाग द्वारा उक्त कार्य मैनुअल किया जाता था, जिससे कई बार किसानों को परेशानी रहती थी लेकिन बाराबंदी ऑनलाईन होने से प्रत्येक किसान को उसके सिंचाई पानी की स्थिति का सही पता लग सकेगा। इससे मैनुअल सिस्टम के दौरान होने वाली मानवीय भूल पर रोक लगेगी और पारदर्शिता के साथ सभी किसानों को नियमानुसार सिंचाई पानी का आंवटन होगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि डिजिटल बाराबंदी सिस्टम प्रभावी होने से किसानों को फायदा होगा। इससे सिंचाई जल वितरण में पारदर्शिता तो बढ़ेगी ही, साथ में किसानों को सिंचाई पानी की बारी के दौरान आने वाली परेशानियां भी दूर हो सकेंगी। कृषि प्रधान जिला होने की वजह से किसानों को समय पर नहरी पानी नहीं मिलने की शिकायत रहती है। ऑनलाइन व्यवस्था होने से उनकी ये परेशानी दूर होगी।
उन्होंने कहा कि बाराबंदी की प्रक्रिया ऑनलाइन होने से किसी भी चक की सिंचाई बारी की सूचना कभी भी, कहीं से भी ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। चयनित चक की बाराबंदी केवल एक बटन के क्लिक से बनाई जा सकेगी और किसान अपनी सिंचाई बारी की पर्ची पोर्टल के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि बाराबंदी पोर्टल को शत-प्रतिशत पारदर्शीपूर्ण तरीके से क्रियान्वित करते हुए किसानों की सिंचाई जल वितरण की समस्याओं को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे।
कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से जुडे जितेन्द्र कुमार वर्मा ने इस नवाचार के लिए जिला कलक्टर को साधुवाद और जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्रीगंगानगर को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऑनलाईन बाराबंदी सिस्टम अल्पावधि में सफलतापूर्वक तैयार करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उक्त बाराबंदी सिस्टम को भविष्य में राज्य-देश भर में लागू करने की संभावनाओं को तलाश कर अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के प्रयास किये जायेंगे।
जल संसाधन विभाग (उत्तर) के चीफ इंजीनियर अमरजीत मेहरडा ने भी बाराबंदी पोर्टल को किसानों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि इसके प्रभावी होने के बाद जल उपयोक्ता संगम के अध्यक्ष द्वारा अपने क्षेत्र के किसानों की जानकारी ऑनलाइन पोर्टल पर केवल एक बार दर्ज करनी होगी। इसके बाद किसानों को सिंचाई बारी की पर्ची ऑनलाइन माध्यम से मिल सकेगी।
इससे पूर्व, जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने डिजिटल बाराबंदी सिस्टम की विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से यह पोर्टल किसानों के लिए लाभकारी साबित होगा। चावला ने जिला कलक्टर, परमजीत सिंह एवं उनकी टीम का उक्त बाराबंदी सिस्टम को तैयार करने हेतु आभार प्रकट करते हुए अधिकारियों, पटवारियों, किसानों को अधिक से अधिक बाराबंदी सिस्टम की जानकारी देने की आवश्यकता जताई।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी परमजीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के राज्य स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ जिला कलक्टर लोक बंधु के मार्गदर्शन में यह पोर्टल तैयार किया गया है। विशेषत: जिला कलक्टर के निर्देश पर निक की टीम ने लगातार मेहनत कर पोर्टल को बनाया है।
इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता हनुमानगढ़ रामाकिशन, अधीक्षण अभियंता गुण नियंत्रण शिवचरण रेगर सहित अन्य मौजूद रहे। अधिशाषी अभियंता दक्षिण खंड अजीत गजराज ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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