श्रीगंगानगर। जिला कलेक्ट्रेट के बाहर दस माह से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे कॉटन कॉम्पलेक्स के कर्मचारियों ने उस समय हंगामा कर दिया जब जिलेभर के अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों की विभिन्न मुद्दों को लेकर श्रीगंगानगर जिला परिषद में बैठक चल रही थी। बैठक के दौरान जिला परिषद दफ्तर हाल के बाहर पहुंचे कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। घंटों तक नारेबाजी के बाद सांसद निहालचंद व अतिरिक्त जिला कलेक्टर इनसे वार्ता करने पहुंचे। नारेबाजी कर रहे इन लोगों का कहना था कि दस माह से अपनी मेहनत का पैसा लेने के लिए उन्हें धरना देना पड़ रहा है, मगर सरकार इन कर्मचारियों के पीएफ आदि का बकाया पैसा नहीं दे रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिस कॉटन कॉम्पलेक्स को बंद करके बेचना दिखाया गया है, वह मिल चालू हालत में थी और अधिकारियों ने षड्यंत्र रचकर उसे विजय माल्या को बेच दिया। ऐसे में दोषी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कारवाई की जाए। साथ ही कर्मचारियों का बकाया पैसा दिलाया जाए।
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