-जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित, मिशन दृष्टि के तहत वितरित किए चश्मे ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
श्रीगंगानगर। ‘‘बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इसमें सबकी भागीदारी अहम है। आने वाले दिनों में जिले के बच्चों का डिजिटल हेल्थ रिपोर्ट कार्ड बनाया जाएगा ताकि ऑनलाइन सिस्टम से पता चल सके कि बच्चे को कौनसी बीमारी, कब हुई और क्या उपचार हुआ। यह मॉडल यहां सफल हुआ तो निश्चित ही पूरे राजस्थान में यह मॉडल उपयोग में लिया जाएगा और हो सकता है कि पूरे देश में भी इस पर कार्य हो।’’ स्वस्थ गंगानगर मिशन के तहत आयोजित जिलास्तरीय समारोह में ये विचार जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने व्यक्त किए। इस दौरान विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि वे बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशानुरूप हर संभव प्रयास करेंगे।
विधायक गौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री का ध्येय है कि राज्य का हर व्यक्ति स्वस्थ रहे। इस कड़ी में जिला कलेक्टर स्वामी के प्रयास काबिलेतारीफ है जो बच्चों के लिए बेहतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने स्वस्थ गंगानगर मिशन के तहत बच्चों के आंख, कान, दांत व मुंह के लिए बेहतरीन कार्य किया है। गौड़ ने कहा कि वर्तमान में हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखते। योगा आदि नहीं करते और न ही अपने लिए समय निकालते हैं जिस कारण बीमारियां जकड़ लेती हैं। बंद कमरे हैं, जहां बाहर की रोशनी नहीं और खुली हवा तो घरों में बमुश्किल आती है। बच्चों को भी हम यही भविष्य दे रहे हैं, वे मोबाइल में व्यस्त रहने लगे हैं। खान-पान भी बदल गया है। दादी-नानी जो सीखा कर गए वे भूल रहे हैं। अब हमारी सरकारें मोटा अनाज की तरफ बढ़ रही है और अच्छा प्रयास कर रही हैं लेकिन राजस्थान की संस्कृति में तो यह बहुत पहले से था जिसे हमने भूला दिया। केवल गेहूं खा रहे हैं जो पेस्टीसाइड बन चुकी है। बच्चों का खाना बिगड़ रहा है, वे चिप्स, पिज्जा ही खाकर आनंदित होते हैं, जो उनके लिए घातक है। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर स्वामी ने कहा कि जिले के बच्चों का हिमोग्लोबिन भी कम है, जिसके लिए अच्छा खान.पान बेहद जरूरी है। बच्चे का पाचन तंत्र भी अच्छा होना चाहिए, जिसके लिए संबंधित विभाग आवश्यक कार्य करें। स्वस्थ गंगानगर मिशन के तहत होंठ कटे व तालू की समस्या से ग्रसित बच्चों को चिन्हित कर उनका उपचार करवाएं। जिले में ऐसे बच्चों के उपचार में किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। अतिकुपोषित बच्चों के मामले में भी गंभीरता बरतें। कार्यक्रम में आईएएस व कार्यक्रम प्रभारी प्रतीक जुईकर, एसीएमएचओ डॉ. मुकेश मेहता, डीईओ बृजेश कांत व रंजना सेठी आदि मौजूद रहे।
1457 बच्चों के लिए चश्में वितरित
कार्यक्रम के दौरान 1457 बच्चों के लिए चश्में वितरित किए गए। चश्मे संबंधित खण्ड व स्कूल प्रधानाचार्यां को दिए गए जो बच्चों को उपलब्ध करवाएंगे। खण्ड श्रीगंगानगर को 59, पदमपुर को 333, रायसिंहनगर को 301, अनूपगढ़ को 110, घड़साना को 230, सूरतगढ़ को 397 व सादुलशहर को 26 चश्मे दिए गए। जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी ने कहा कि बच्चों को चिन्हित करें, सभी बच्चों को चश्में उपलब्ध करवाए जाएंगे और किसी स्तर पर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
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