जयपुर/सीकर। कृषि, पशुपालन मंत्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि राज्य सरकार देशी गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयासरत है। हमें देशी गायों की देखभाल व सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सैनी सोमवार को सीकर जिले की धोद तहसील के ग्राम अजीतपुरा में ओलिटा डेयरी फार्म एंड ब्रीड डवलपमेंट एंड रिचर्स सेंटर (काऊ शैड)का फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि देशी गायों को बचाने के लिए सबको एक साथ जुडऩा चाहिए। गाय के दूध के साथ पशुपालक अपनी आय दुगुना भी कर सकते हैं। गाय का दूध अत्यधिक उपयोगी तो ही है, यह कई बीमारियों से छुटकारा भी दिलाता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें जर्सी हॉर्लिस्टर को छोडक़र पुन: अपने देशी गोवंश को अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोटा में आयोजित ग्लोबल मीट में गाय का दूध आमजन तक पहुंचे उसके लिए 40 करोड़ का एमओयू हुआ था। जिसमें 10 हजार अच्छी नस्ल की गायों का पालन पोषण किया जाएगा। जयपुर में ग्लोबल एग्रीटेक मीट में 4 हजार 848 करोड़ के 38 एमओयू हुए थे, जिनमें से 3 धर्मपाल गड़वाल के थे।
कृषि मंत्री ने काऊ शैड व मिलकिंग पार्लर का अवलोकन किया उन्होंने धर्मपाल गढ़वाल फर्म द्वारा गोंवशों के लिए लगाए गए स्वचालित ब्रश, पंखे एवं देशी नस्ल की गायों को देखकर कहा कि गायों की नस्ल के संर्वधन, संरक्षण के लिए यहां सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। धर्मपाल गढ़वाल की सारिका सहानी ने बताया कि इस रिसर्च सेंटर में अत्याधुनिक मशीनों से एक साथ 12 गायों का दूध 7 मिनट में निकाला जाता है। इस वेंचर का उद्देश्य भारत की देशी नस्ल की गायों को अपने देश लाना है।
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