सवाई माधोपुर। लालसोट कोटा मेगा हाईवे पर मलारना डूंगर थाने के आगे से रोजाना सैकड़ों बजरी से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉली गुजरते हैं। लेकिन ये पुलिस को नजर नहीं आते। सवाल उठता है क्यों? आप समझ की गए होंगे कि क्यों? जी हां बिलकुल सही समझे। ये मिलीभगत का खेल है। जिसे पुलिस और बजरी माफिया मिलकर खेल रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भाडोती मथुरा मेगा हाईवे रोड से रात के अंधेरे में सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रक सरपट दौड़ रहे हैं। शाम ढलने के बाद अंधेरा होते ही बजरी माफिया मलारना डूंगर थाने के इर्द-गिर्द घूमते हैं। फिर पुलिस कर्मियों से साठगांठ कर रातभर धड़ल्ले से बजरी का परिवहन करते हैं। पुलिस बजरी माफियाओं से बजरी के वाहन निकालने के नाम पर बंधी वसूल रही है तो दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की सरेराह धज्जियां उड़ाने का काम खाकी कर रही है।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर देश के सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की पालना कौन करेगा। ऐसे में खबरें दिखाने के बावजूद अपने स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं होने से तो साफ जाहिर है कि पूरा बांस ही पोला साबित हो रहा है वरना समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से हर रोज दिखाए जाने वाली खबरों के बाद भी किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही। इससे तो यही बात साबित होता है कि पूरे कुएं में ही भांग है। इसी के चलते सरेराह बजरी माफिया पुलिस की मिलीभगत के चलते कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है।
तेजस्वी की सभा में चिराग के परिवार के खिलाफ बोले गए अपशब्द का वीडियो वायरल, रिएक्शन भी मिला
मतदान से पहले अनिल बलूनी और पौड़ी गढ़वाल की जनता को पीएम मोदी का खत, दिया खास संदेश
भाजपा भ्रष्टाचारियों का गोदाम, गाजियाबाद से गाजीपुर तक होगा सफाया- अखिलेश यादव
Daily Horoscope