राजसमंद। राजस्थान के राजसमंद में एक होटल में संचालित आश्रम से बरामद 67 लड़कियों से बात करने का कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि वे उनके बारे में पूछे गए किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देना चाहतीं, जैसे उन्हें सम्मोहित किया गया हो। बाल अधिकार पैनल की एक सदस्य ने गुरुवार को यह कहा। बाल कल्याण समिति की एक सदस्य भावना पालीवाल ने कहा, "वे किसी मुद्दे पर बात नहीं करना चाहतीं। वे न तो भोजन मांग रही हैं और न ही कोई जानकारी दे रही हैं, इसके बजाय वे चिल्ला रही हैं कि वे यहां अपनी इच्छा से आईं हैं।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि होटल के हॉल में संचालित आश्रम का कोई पंजीकरण दस्तावेज नहीं है। परिसर में होटल के संचालक की कोई जानकारी नहीं मिल सकी और परिसर में मौजूद लड़कियों का कोई ब्योरा नहीं मिला।
पालीवाल ने कहा, "कुछ लोगों ने खुद को उन लड़कियों का परिजन होने का दावा करते हुए हमसे संपर्क किया था लेकिन उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता और उन पर आश्रम के मालिक होने का संदेह है।"
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि इन लड़कियों का संबंध आबू मार्ग पर स्थित प्रजापति संस्था से है और वे यहां आध्यात्मिक शिक्षा लेने आई थीं और मामले की जांच की जा रही है।
इस दौरान कुछ लोगों ने कहा कि हो सकता है कि ये लड़कियां दुष्कर्म के आरोपी दाती बाबा के आश्रम से यहां लाई गईं हों, लेकिन पुलिस ने कहा कि इसका पता जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
--आईएएनएस
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope