प्रतापगढ़ (ब्यूरो)। प्रतापगढ़ पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एफ (1) के तहत कुख्यात तस्कर कमल राणा और कमलेश, शैलेंद्र एवं विष्णुदास बैरागी की करीब 11.50 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है। उन्होंने यह संपत्ति मादक पदार्थों की तस्करी से बनाई थी। राजस्थान में करीब एक दशक के दौरान इस तरह की यह पहली कार्रवाई है।डीजीपी उमेश मिश्रा ने इसके लिए प्रतापगढ़ पुलिस टीम को बधाई दी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि मालवा व मेवाड़ के जिले मन्दसौर, नीमच, प्रतापगढ़ एवं चितौडगढ़ और मारवाड़ क्षेत्र के जिला बाडमेर, जोधपुर, जालौर, सिरोही, पाली, नागौर में सक्रिय मादक पदार्थ तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने बताया कि गत 25 मार्च, 2023 को छोटी सादड़ी पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान 3 स्कॉर्पियों गाड़ियों से 20 किलो अफीम, 13 किलो डोडा चूरा और हथियार बरामद किए थे। इस केस की जांच के दौरान 33 अभियुक्तों को नामजद करके 16 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
जांच से पता चला कि मादक पदार्थ तस्करों को वित्तीय सहयोग करने में 48 बैंक अकाउंट के जरिए करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन हुए हैं। इन अकाउंट के लाखों रुपए फ्रीज कराए गए। पड़ताल से सामने आया कि प्रतापगढ़ निवासी कुख्यात तस्कर कमल सिंह राणा एक गिरोह के जरिए मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त है। इस पर कमल राणा और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद तस्करी से कमाई गई संपत्तियों को चिन्हित करते हुए उन्हें फ्रीज/सीज करने की कार्यवाही शुरू की गई। इनकी कीमत करीब 7.51 करोड़ रुपए है। प्रतापगढ़ पुलिस के प्रस्ताव पर एडमिनिस्ट्रेटर (सफेमा) एनडीपीएस एक्ट नई दिल्ली ने संपत्ति जब्त किए जाने को मंजूरी दे दी है। कमल राणा की जब्त की गई संपत्ति का ब्यौराः
पत्नी के नाम सिरोही के ग्राम जावाल व पाली जिले की तहसील बाली में. सहयोगी अजबाराम देवासी के नाम पर मकान, स्कार्पियो गाड़ी एवं अन्य सहयोगियों के नाम पर मध्य प्रदेश के मन्दसौर, नीमच के ग्राम जीरण में कृषि भूमि हैं।
कमलेश, शैलेंद्र और विष्णुदास बैरागी की भी संपत्ति जब्तः
एसपी अमित कुमार के मुताबिक एक अन्य प्रकरण में मादक पदार्थ तस्कर कमलेश, शैलेंद्र और इनके पात विष्णु दास बैरागी की भी करीब 4 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है। ये पिता-पुत्र भी मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त थे। इन्हें अरनोद पुलिस ने गांव विरावली में 1 जुलाई 2023 को 3 किलो अफीम, 2 पिस्टल, 3 कारतूस, 14 लाख रुपए और कुछ गाड़ियों के साथ गिरफ्तार किया था।
अनुसंधान के दौरान तैयार पूछताछ नोट के अनुसार इन अभियुक्तों का काफी समय से मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त होना पाया गया। यह भी पता चला कि तस्करी से 6 साल में इन्होंने गांव विरावली मे बीड़ की जमीन पर मकान बनाया है। साथ ही पीपल खूंट में नेशनल र्हाइवे पर एक प्लॉट खरीद कर तीन मंजिला कॉम्पलेक्स बनाया है। 3 कारें व 5 मोटरर साइकिल खरीदी हैं। इस संपत्ति को बचाने के लिए इनके द्वारा बैक डेट में फर्जी गिरवीनामा आदि भी बनाए गए थे। लेकिन, अब इनकी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।
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