और यूं बन गया मदन से दाती ये भी पढ़ें - ठाकुरजी की बदली दिनचर्या, ओढ़ी रजाई, भोग में गर्म दूध के साथ गोंद के लड्डू
कैटरिंग का काम करने के बाद मदन
भविष्य बांचने वाले राजस्थान के एक व्यक्ति के संपर्क में आया। मदन ने उसे
अपना गुरु बना लिया और ज्योतिष ज्ञान सीखा। ज्योतिष विद्या सीखने के बाद
मदन ने अपना नाम बदला और नया नाम रखा दाती महाराज। इसके बाद उसने दिल्ली के
कैलाश कालोनी में अपना पहला ज्योतिष सेंटर खोल लिया। उसका यह काम खूब चल
निकला।
बड़े कारोबारियों और नेताओं से संपर्क
ज्योतिष
सेंटर पर दिल्ली के कई बड़े कारोबारियों और नेताओं का आना जाना शुरू हुआ।
दाती महाराज ने एक नामी शख्स के जीवन को लेकर भविष्यवाणी की, जो सही हुई।
उसके बाद उसका नाम और चमक गया। उस शख्स ने दाती महाराज को फतेहपुर बेरी में
स्थित अपना पुश्तैनी मंदिर दान कर दिया। दाती महाराज ने मंदिर के आस-पास
की जमीनों पर भी कब्जा कर लिया और शनिधाम मंदिर की स्थापना की। इसके बाद कई
टीवी चैनलों पर दाती महाराज का ज्योतिष प्रोग्राम चलने लगा। इसके बाद
ख्याति बढ़ती गई।
फतेहपुर बेरी में 7 एकड़ जमीन पर फैला है आश्रम
दाती
महाराज ने तीन दशक पहले जिस शनिधाम मंदिर की स्थापना की, वह आज साउथ
दिल्ली के पॉश इलाके छतरपुर में पड़ता है। शनिधाम मंदिर से ही सटा दाती
महाराज का एक फार्म हाउस भी है। फतेहपुर बेरी में स्थित दाती महाराज का यह
आश्रम 7 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है।
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