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पाली। ग्यारह सालों से दम्पति बाबा के दरबार में पैदल यात्रा करने के बाद अपनी मनोकामना पूरी होने पर गीता देवी दूसरी बार अपने समाज बंधुओं के साथ बाबा के दरबार में 551 फीट की ध्वजाएं लेकर पहुंच रहीं हैं। मन्नत पूरी होने पर 551 फीट की लंबी पंचरगी ध्वजा लेकर पहुंचे आदिवासियों का साण्डेराव में जोरदार स्वागत हुआ।
साण्डेराव माता देवी खड़ाक ग्राम पंचायत (आबुरोड) से लगातार दस वर्षों से पैदल यात्रा कर रही गीता बहन अपने पति लालाराम गरासिया की मन्नत पूरी होने के बाद अब दूसरे साल 551 फीट की लंबी पंचरगी ध्वजा लेकर 251 गरासिया जाति के समाज बंधुओं (आदिवासियों) के साथ आबुरोड से 21 अगस्त को रवाना होकर सोमवार को साण्डेराव बाबा रामदेव मंदिर परिसर में पहुंची। यहां चल रहे भण्डारे में पहुंचने पर मारवाड़-गोड़वाड जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष जयदेव सिंह राणावत के सानिध्य में ग्रामीणो ने ढोल धमाको के साथ जोरदार स्वागत किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गीता देवी ने बताया कि मातादेवी खंडाक ग्राम पंचायत तहसील आबुरोड जिला सिरोही से 251 सदस्यों का पैदल संघ 21 अगस्त को रवाना हुआ थे जो कल दोपहर 12 बजे साण्डेराव भण्डारे में पहुंचने पर रामदेव सेवा समिति के रामलाल कुमावत, कैलाश बड़वाल, जगदीश कुमार, हिम्मताराम मेवाड़ा, किशोर सैन, नटवर सैन सहित ग्रामीणों ने गाजों बाजों व ढोल धमाकों के साथ पुष्प वर्षा करते हुए भव्य स्वागत किया गया।
यहां से रवाना होकर यह पैदल यात्रियों का संघ गाजों-बाजों के साथ बाबा के जैकारे लगाते हुए फोरलेन हाइवे बाईपास पर त्रिपाल सिंह राणावत परिवार बागड़ी की और से संचालित भंडारे में पहुंचा जहां उपस्थित सनातन धर्म कमेटी के अध्यक्ष जगत सिंह राणावत के साथ उपस्थित श्रद्धालु भक्तों ने रंग बिरंगी गुलाल उड़ाते हुए पुष्प वर्षा कर पैदल यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया।
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