नागौर (राजस्थान)। राजस्थान उपचुनाव से पहले कांग्रेस और आरएलपी में गठबंधन को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस के सामने बड़ी शर्त रख दी है।
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आरएलपी प्रमुख और नागौर लोकसभा सीट से सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) और कांग्रेस के संभावित गठबंधन को लेकर कहा कि अगर कांग्रेस दो सीटें देने के लिए तैयार होती है, तभी गठबंधन होगा।
राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि अगर गठबंधन होता है, तो आरएलपी खींवसर और देवली-उनियारा सीट पर चुनाव लड़ेगी। यदि कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन नहीं होता है तो आरएलपी झुंझुनू, देवली-उनियारा, खींवसर और एक अन्य सीट पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
हनुमान बेनीवाल ने खींवसर विधानसभा क्षेत्र को लेकर भावनात्मक होते हुए कहा कि खींवसर उनके परिवार की तरह है। लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने इस क्षेत्र का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि खींवसर में उनके परिवार के सदस्य और वह खुद आठ चुनाव जीत चुके हैं। यहां की जनता खुद चुनाव लड़ती है और उम्मीदवार भी जनता की पसंद का होता है।
उन्होंने कहा कि इस बार भी खींवसर में जनता की पसंद का उम्मीदवार चुना जाएगा। हम दो दिन तक लोगों को इकट्ठा करेंगे और वह ही तय करेंगे कि किसे उम्मीदवार बनाया जाए। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इस बार फिर से भाजपा को खींवसर की जनता हराएगी।
उल्लेखनीय है कि हनुमान बेनीवाल खींवसर विधानसभा सीट से पहले 2008 में भाजपा के टिकट पर विधायक बने थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी रेवंत राम डांगा को दो हजार वोटों हराया था। इसके बाद, उन्होंने 2013 में निर्दलीय विधायक के रूप में जीत हासिल की। साल 2018 में उन्होंने अपनी पार्टी आरएलपी बनाई और फिर से चुनाव जीते। साल 2019 में बेनीवाल ने एनडीए के प्रत्याशी के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने।
--आईएएनएस
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