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कोटा। शहर में रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने हनीट्रैप के चर्चित मामले में गिरफ्तार असलम शेर खान उर्फ चिंटू और दानिश का जुलूस निकालकर कानून का सख्त संदेश दिया। आरोपियों को मौका तस्दीक के लिए डडवाड़ा चोपड़ा फार्म तक पैदल घुमाया गया। सुरक्षा के बीच इस जुलूस ने पूरे इलाके का ध्यान खींचा।
रेलवे कॉलोनी थाना प्रभारी रामस्वरूप मीणा ने बताया कि ये गिरोह लोगों को हनीट्रैप में फंसाकर मोटी रकम ऐंठने का काम करता था। गिरोह में शामिल महिलाएं पहले इज्जतदार और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को अपने जाल में फंसाती थीं। इसके बाद पुलिस और कोर्ट का डर दिखाकर उनसे बड़ी रकम वसूल की जाती थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
16 जनवरी को आरोपियों को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाकर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने दोनों हार्डकोर अपराधियों को रिमांड पर लेकर उनसे कड़ी पूछताछ शुरू की। गबन और धोखाधड़ी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास भी जारी हैं।
25 अक्टूबर 2024 को रेलवे कॉलोनी में सदामुद्दीन नामक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस रिपोर्ट में दानिश हनिफी उर्फ नाई को गिरोह का मुख्य सरगना बताया गया। यह गिरोह योजनाबद्ध तरीके से महिलाओं के जरिए लोगों को फंसाता था।
पुलिस ने इस जुलूस के जरिए आरोपियों के ठिकानों की तस्दीक करवाई। इसके अलावा बदमाशों के साथियों की तलाश और गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस की इस कार्रवाई का मकसद न सिर्फ अपराधियों को सबक सिखाना है, बल्कि समाज में यह संदेश देना भी है कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
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