कोटा। प्रदेश में आए दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। भ्रष्टाचार इस कदर बढ़ चुका है कि अधिकारी हो या कर्मचारी किसी भी कार्य के लिए धड़ल्ले से रिश्वत मांगते हैं। जागरूक लोग ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रेप करवाकर उन पर कार्रवाई करवा रहे हैं। इसके बावजूद रिश्वत का यह खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कोटा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई कर जिला परिषद में कार्यरत जेईएन ओर उसके साथी सचिव और सरपंच को 43 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान जिला परिषद में अफरा तफरी का माहौल हो गया।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि जिला परिषद में कार्यरत जेईएन प्रीति सेन ने वाटर शेड का बिल पास कराने की एवज में फरियादी कांट्रेक्टर फारूक से रिश्वत की मांग की थी। भ्रष्टाचार के इस घिनौने काम में जिला परिषद का सचिव सुरेश और मवासा के सरपंच रमेश भी शामिल थे। वहीं फरियादी से जेईएन प्रीति ने 45 हजार रुपए एवं सचिव सुरेश और सरपंच रमेश ने 18 हजार रुपए की डिमांड की थी।
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