• Aapki Saheli
  • Astro Sathi
  • Business Khaskhabar
  • ifairer
  • iautoindia
2 of 3

हाथ-पैरों में नहीं हैं पूरी उंगलियां, फिर भी हौसले से तकदीर रच रही है रचना

रचना का परिवार मूलतया बिहार निवासी है। दरभंगा जिले के कलसी गांव में पुश्तैनी मकान है, लेकिन रचना दसवीं के बाद वहां नहीं गई। क्योंकि परिवार के कही कुछ सदस्य उसकी शारीरिक अपंगता को लेकर ताना मारते थे। इसी से खिन्न होकर रचना ने गांव जाना छोड़ दिया। अब कुछ बनकर दिखाना चाहती है और उसके बाद ही गांव जाने की सोच रखती है।

काउंसलिंग में शामिल नहीं हुई
परिस्थितियां विपरित होने के कारण गत वर्ष जेईई-मेन के स्कोर के आधार पर होने वाली काउंसलिंग में रचना शामिल नहीं हुई। रचना ने बताया कि 12वीं के साथ परीक्षा दी थी। कॉलेज मिल जाते, लेकिन 20 हजार रुपए एडवांस जमा करवाने थे, इसके लिए फीस जमा करवानी थी, फीस का इंतजाम नहीं हुआ तो काउंसलिंग में जाना उचित नहीं समझा। कोटा आने का मन बनाया। इस वर्ष जेईई-मेन में पीडब्ल्यूडी वर्ग में 2072 रैंक मिली और अब एडवांस की तैयारी कर रही है।

परिवार चला रही मां



ये भी पढ़ें - आमजन से दूर है दुनिया का तीसरा बड़ा खजाना

यह भी पढ़े

Web Title-Fingers are not full in the hands and feet, yet rachna Is composing Fate
खास खबर Hindi News के अपडेट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करे!
(News in Hindi खास खबर पर)
Tags: fingers, full, hands, feet, rachna choudhary, composing, fate, talent, courage, freshly, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, kota news, kota news in hindi, real time kota city news, real time news, kota news khas khabar, kota news, kota news in hindi, real time kota city news, real time news, kota news khas khabar, kota news in hindi, fingers are not full in the hands and feet, yet rachna is composing fate
Khaskhabar Rajasthan Facebook Page:
स्थानीय ख़बरें

राजस्थान से

प्रमुख खबरे

आपका राज्य

Traffic

जीवन मंत्र

Daily Horoscope

Copyright © 2024 Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved