कोटा। शहर से 25 किलोमीटर दूर केवल नगर इलाक में बसी बस्तियों को हाईवे निकालने के नाम पर ध्वस्त किए जाने के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने जिला कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। इस दौरान स्थानीय निवासी परिवार सहित धरने पर बैठे और बस्ती को बचाने के लिए जिला कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई। ग्रामीणों का कहना है की जिला प्रशासन उद्योगपतियों की जमीनों को बचाने के लिए ग्रामीणों के मकान तोड़ रहा है। दरअसल केवल नगर इलाके से कोटा-झालवाड हाईवे बनाया जा रहा है, ऐसे में कई बस्तियां और फैक्ट्रीयां इस हाईवे के बीच में आ रहे हैं। इसके चलते जिला प्रशासन उद्योगपतियों के दवाब में आकर गरीबो के मकान तुड़वा रहा है, जबकि फैक्ट्रीयों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हो रहा। ग्रामीणो ने मांग की है कि प्रशासन गरीबो की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई करें। प्रशासन की इस कार्रवाई से गरीब ग्रामीणो के भूखे मरने की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में ग्रामीणो ने बस्ती को बचाने के लिए जिला कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई है।
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