कोेटा। सुकालेश्वर महादेव महाकाल सत्संग सेवा समिति टिपटा द्वारा
आयोजित किये जा रहे मकर सक्रांति महोत्सव के दौरान आज सातवे दिन शनिवार को
भागवत कथा में बाल स्वरूप में बने द्वारकाधीष भगवान श्रीकृष्ण, रूकमणी एवं
सुदामा ने अपने अपने चरित्र को बखूबी निभाया । सुदामा के द्वारकाधीष
श्रीकृष्ण से मिलने उनकी नगरी में आने पर श्रीकृष्ण ने भी उन्हंे आत्मीयता
से गले लगाया। इस दृष्य ने सभी का मन मोह लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
फागोत्सव में झूमकर नाचे भक्तजन
सुदामा
जी के द्वारकाधीष की नगरी में आने पर भजन ‘‘एक बार मोहन से जाकर के कहदो
की दर पे सुदामा गरीब आ गया है‘‘ भजन पर भागवत कथा के दौरान प्रांगण में
उपस्थित भक्तजन झूमकर नांचे। इस अवसर पर फागोत्सव का आयोजन भी किया गया।
फागोत्सव के प्रसिद्ध भजन आज बिरज मे होली रे रसिया पर भक्तजनों ने बिरज की
होली का भी भरपूर आंनद लिया। रूद्राभिषेक, पूर्णाहुति, हवन, संगीतमय भजनसंध्या आज
सुकालेश्वर
महादेव महाकाल सत्संग मण्डल सेवा समिति टिपटा के अध्यक्ष किषन सिंह भाटी
ने बताया कि मकर सक्रांति महोत्सव के अन्तर्गत शनिवार को सात दिवसीय
संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत समापन किया गया। श्रीमद् भागवत कथा का
वाचन पं रमेषभाई अंगीरस सवाईमाधोपुर द्वारा किया जा गया हैं । उन्होंने
बताया कि 14 जनवरी रविवार को मंदिर प्रांगण में ही प्रातः 9 बजे से बाबा का
रूद्राभिषेक, पूर्णाहुति एवं हवन का आयोजन किया जायेगा और इसी दिन रात्रि 8
बजे से संगीतमय दिव्य भजन संध्या का भी आयोजन होगा। उन्हांेने बताया कि
महोत्सव के अंतिम दिन 15 जनवरी सोमवार को प्रातः 8 बजे से सुकालेष्वर
महादेव का विषेष अनुपम श्रृंगार एवं महाआरती का आयोजन भी किया जायेगा और
इसी दिन सायं 5 बजे से मंदिर प्रांगण में आम भण्डारे का भी आयोजन किया
जायेगा। जिसमें अधिक से अधिक संख्या में पधारकर बाबा की प्रसादी ग्रहण करने
का आव्हान किया।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की 98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी का संदेश, यहां पढ़ें
नेस्ले भारत में बेचे जाने वाले शिशु आहार में अधिक चीनी मिलाती है
Daily Horoscope