मंदिर पुजारी कमलेश दुबे ने बताया कि पूर्णिमा के दिन स्नान के बाद आम के
रस का सेवन करने से मंदिर में भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं। वैद्यजी उनका
उपचार कर रहे हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि भगवान जब थक जाते हैं तो
उन्हें आराम की जरूरत होती है। इस दौरान इनकी बच्चों की तरह सेवा करनी
पड़ती है। ये भी पढ़ें - अजीब रस्में,जिनके बिना नहीं होती शादियां!
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