कोटा। सेंटर फॉर ई गवर्नेंस की ओर से आयोजित होने वाले राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (REAP) के नियम देर से जारी करने से जेईई मेन नहीं देने वाले स्टूडेंट्स को काफी नुकसान होगा। सेंटर ने अपने नियमों में कहा है कि मेन देने वाले स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जाएगी। यह सूचना तब जारी हुई जब मेन का रिजल्ट जारी हुए भी 17 दिन बीत चुके हैं। हर साल रीप के नियम पहले ही जारी कर दिए जाते थे। अब जो स्टूडेंट देरी से सूचना जारी होने के कारण मेन नहीं दे पाए, उनको 12वीं के नंबरों पर ही एडमिशन दिया जाएगा। उनको एडमिशन भी तब मिलेगा जब मेन देने वाले स्टूडेंट्स की सीटें खाली रह जाएं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मेन में जिन स्टूडेंट्स की रैंक पीछे है, उनको अब प्रदेश के सरकारी कॉलेजों
में एडमिशन मिल जाएगा। वहीं प्रदेश के जिन स्टूडेंट्स ने मेन नहीं दिया
और 12वीं में भी औसत नंबर आए हैं, वह इन राज्यों के बच्चों से पिछड़
जाएंगे। उनको प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेना पड़ेगा। बता दें कि 15% सीट
दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स के लिए आरक्षित हैं।
पिछले साल राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने रीप आयोजित करवाया था। यूनिवर्सिटी ने पहले ही यह सूचना जारी कर दी थी कि राजस्थान के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला मेन के अंकों के आधार पर होगा। इसके बाद बोर्ड के अंकों को प्राथमिकता दी जाएगी। समय रहते सूचना जारी होने पर स्टूडेंट्स ने मेन का एग्जाम दिया। इस साल यह सूचना रिजल्ट आने के बाद भी कई दिन बाद जारी हुई है।
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सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक परीक्षा-2023
ICAI ने विकसित भारत 2047 में CA की भूमिका पर विचार-विमर्श करते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) जयपुर में की बैठक
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