करौली। जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में जिला परिषद सीईओ गौरव अग्रवाल की कार्यशैली को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विधायक रमेश मीणा सहित अन्य सदस्यों ने सीईओ पर एसएफसी और एमएलए कोटे के कार्य को रोकने, पंचायत समिति के स्थान पर ग्राम पंचायत को कार्यकारी एजेंसी बनाने के आरोप लगाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विधायक मीणा ने सीईओ गौरव अग्रवाल पर पत्नी को लाभ देने और नियमों की अवहेलना के आरोप जड़े। सीईओ के पक्षपात नहीं करने की बात कहने पर विधायक मीणा ने उन पर पद का दुरुपयोग करते हुए उनकी पत्नी को जिला अस्पताल में चिकित्सक नियुक्त करवाने और स्वयं के लिए गनमैन रखकर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने जैसे आरोप भी लगाए। इस दौरान हंगामे के बीच विधायक रमेश मीणा, करौली विधायक दर्शन सिंह सहित बैठक में मौजूद सभी प्रधान और कांग्रेसी जिला परिषद सदस्य बैठक का बहिष्कार कर गए।
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