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जोधपुर। राजस्थान में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और पारंपरिक जल स्रोतों को सहेजने के उद्देश्य से आज पंचायत समिति लूणी के सरेचा तालाब पर 'वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान' और मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 (द्वितीय चरण) का भव्य शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मंत्री जोगाराम पटेल ने अपने उद्बोधन में 'जल ही जीवन है' का आह्वान करते हुए कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि हम प्रकृति का संरक्षण करें। उन्होंने बताया कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत प्रदेशभर में जल संचयन और पर्यावरण संरक्षण के अनेक कार्य करवाए जाएंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
परंपरागत जल स्रोतों को सहेजना नैतिक दायित्व:
पटेल ने पश्चिमी राजस्थान के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि अकाल और भीषण गर्मी जैसी विकट परिस्थितियों में हमारे पूर्वजों ने जल संग्रहण और संरक्षण के लिए कई भगीरथी प्रयास किए हैं। उन्होंने जोर दिया कि इन तालाबों, कुओं एवं बावड़ियों सहित परंपरागत जल स्रोतों को सहेज कर रखना हमारा नैतिक दायित्व है।
'कर्मभूमि से मातृभूमि' अभियान से बन रही नई जल संरक्षण संरचनाएं:
जल संरक्षण की दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए पटेल ने बताया कि वर्षों से लंबित ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, इंदिरा गांधी नहर, देवास परियोजना, माही बांध, सोम-कमला-अंबा सहित विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में जल संचयन और पानी की उपलब्धता को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इस साल जनवरी में शुरू किए गए 'कर्मभूमि से मातृभूमि' अभियान का उल्लेख किया। इस अभियान के तहत प्रवासी राजस्थानियों के सहयोग से प्रदेश के प्रत्येक जिले में जल संरक्षण संरचनाएं बनाई जा रही हैं।
जोजरी नदी के प्रदूषण का होगा समाधान:
मंत्री पटेल ने जोजरी नदी के प्रदूषण को क्षेत्रवासियों और जीव जंतुओं के लिए गंभीर समस्या बताते हुए इसके समाधान की बात कही। उन्होंने बताया कि प्रदूषित जल का निकास पाइपलाइन के माध्यम से किया जाएगा, और पाली से आने वाले प्रदूषित पानी को एनीकट बनाकर रोकने के लिए भी कार्ययोजना बनाई जा रही है।
पर्यावरण संरक्षण का संदेश: कार्यक्रम में तालाब तक कलश यात्रा का आयोजन किया गया।
संसदीय कार्य मंत्री ने तालाब पूजन, जल रक्षाबंधन, भूमि व शिला पूजन एवं शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। पटेल ने तालाब परिसर में बड़ और पीपल के पौधे लगाए और सभी से आगामी मानसून में अधिकाधिक वृक्षारोपण करने का आह्वान किया। अंत में, पटेल ने ग्रामीणों को ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर सरपंच मोहनी पटेल, जिला परिषद सदस्य चैनाराम पटेल, सरपंच मोगड़ा कलां वागाराम पटेल, सरपंच सूजाराम, पंचायत समिति सदस्य श्रवणराम सारण, उपखंड अधिकारी पुखराज कंसोटिया, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (जल संसाधन) भागीरथ बिश्नोई, अधिशासी अभियंता भगवान सिंह, तहसीलदार इमरान, विकास अधिकारी कंवरलाल सोनी, राकेश बिश्नोई, नरपत सिंह, भलाराम सरेचा, लक्ष्मण सिंह सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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