जोधपुर। शहर में रविवार रात हुए व्यापारी वासुदेव इसरानी के मर्डर पर राजस्थान हाई कोर्ट ने मौखिक रूप से तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि जिसे पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराती है, उसी का मर्डर हो जाए तो इसे क्या कहेंगे। या तो पुलिस नाकाम है, या अपराधियों से मिली हुई है। मैं पुलिस कमिश्नर होता तो घटना के बाद तुरंत इस्तीफा दे देता। लेकिन यहां हालात ये हैं कि वे कोर्ट में आकर स्पष्टीकरण देने लग
जाएंगे। शहर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। यह लोगों का भ्रम है कि शहर में पुलिस सिक्योरिटी है। इस भरोसे में
कतई मत रहना। शहर भाग्य भरोसे चल रहा है। शहरवासी भाग्यशाली
हैं कि जो सुरक्षित अपने घर पहुंच जाते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कोर्ट ने कहा कि गत 5 जुलाई को व्यक्तिगत रूप से पुलिस कमिश्नर ने कोर्ट को आश्वस्त किया था कि शहर की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे, लेकिन कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।
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सितंबर को व्यक्तिगत रूप से किया तलब
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