-जोधपुर में दो दिवसीय संभाग स्तरीय किसान महोत्सव का शुभारंभ
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जयपुर। कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि किसानों को खुशहाल एवं समृृद्ध बनाना राज्य सरकार का प्रमुख उददेश्य है। इसी उददेश्य के साथ दूसरी बार अलग से कृषि बजट पेश कर राजस्थान ने देशभर में मिसाल कायम की है। कृषि बजट में किसानों के लिए नई योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये 12 कृषि मिशन शुरू किये गये हैं।
कृषि मंत्री शुक्रवार को जोधपुर के मंडोर स्थित कृषि विश्वविद्यालय में दो दिवसीय संभाग स्तरीय कृषि महोत्सव के शुभारम्भ समारोह को संबोधित कर रहे थे। कटारिया ने कहा कि राज्य स्तरीय किसान महोत्सव के आयोजन के बाद अब संभाग स्तर पर भी किसान महोत्सव आयोजित कर किसानों को कृषि क्षेत्र में उन्नत विधियों की जानकारी दी जा रही है, जिससे कि वे कृषि उत्पादन में फायदा उठा सकें।
कटारिया ने कहा कि किसानों को कृषि क्षेत्र में नवाचारों को अपनाना चाहिए। इससे कृषि उत्पादन के साथ-साथ गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। उन्होने कहा कि मिलेट्स उत्पादन के साथ हमारा प्रदेश दुग्ध उत्पादन में भी अव्वल स्थान पर है।
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषक कल्याण के लिए समर्पित होकर कार्य कर रही है। कृषक कल्याण कोष की राशि को बढाकर 7 हजार 500 करोड़ रूपये कर दिया गया है। जिससे किसानों को ज्यादा फायदा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रतिमाह 2000 यूनिट बिजली निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है, जिससे महंगाई से राहत मिलने के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो सकेगी।
खोले 49 नए कृषि कॉलेज
कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में कृषि शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए साढ़े चार वर्ष में 49 कृषि कॉलेज खोले हैं। कृषि शिक्षा में छात्राओं के लिए प्रोत्साहन राशि बढाकर सीनियर सैकण्डरी स्तर पर 15 हजार रूपए, स्नातक व स्नातकोत्तर के लिए 25 हजार रूपए और पी.एच.डी. में अध्ययनरत छात्राओं के लिए 40 हजार रूपये प्रतिवर्ष कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि, ओलावृष्टि जैसी प्राकृतिक आपदाओं से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार पिछले चार वर्षों में 18 हजार 500 करोड़ रूपये का फसल बीमा क्लेम वितरित कर चुकी है।
पशुपालकों को मिल रहा संबल
कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने कहा कि राज्य में पशुपालन को बढावा देने के लिए कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत प्रत्येक पशुपालक के दो पशुओं का 40-40 हजार रूपये का निःशुल्क बीमा करने के लिए महंगाई राहत कैंपों में रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। पशुपालकों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए दुग्ध उत्पादन संबल योजना के अन्तर्गत अनुदान राशि को दो रूपये से बढाकर पांच रूपये प्रति लीटर किया गया है।
कटारिया ने कहा कि ऊंट के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में राज्य सरकार ने अनूठी पहल की है। जिसके अन्तर्गत ऊंट प्रजनन को प्रोत्साहित करने के लिए टोडियों के जन्म पर 5-5 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दो किश्तों में पशुपालकों को दी जा रही है।
इससे पूर्व कृषि मंत्री ने गौपूजन किया और कृषि प्रदर्शनी व स्मार्ट फार्म का अवलोकन किया। कटारिया ने कृषि कार्य करते हुए मृतक किसानों के परिजनों को राजीव गांधी कृषक साथी सहायता योजना के अन्तर्गत 2-2 लाख रूपये की राशि के चैक प्रदान किये। साथ ही राज्य कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019 के तहत नये उद्योग लगाने पर राज्य सरकार द्वारा पूंजीगत अनुदान राशि के चैक का भी वितरण किया।
कृषि विपणन राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा कि राज्य को कृषि प्रसंस्कृत उत्पादों का हब बनाने के लिए कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019 लागू की गई है, जिसमें कृषि उत्पाद प्रसंस्करणों के लिए कृषकों एवं गैर कृषकों को क्रमशः 75 प्रतिशत एवं 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।
इस अवसर पर लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई, रीको के स्वतंत्र निदेशक सुनील परिहार, शासन सचिव कृषि डॉ. पृथ्वी, संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द मीणा, आयुक्त कृषि गौरव अग्रवाल, जोधपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, कुलपति कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर बी.आर. चौधरी, बीकानेर कृषि विश्वविद्यालय कुलपति अरूण सिंह, निदेशक पशुपालन डॉक्टर भवानी सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण, किसान व आमजन उपस्थित रहे।
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