जोधपुर। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिरीक्षक एम.एल. गर्ग ने सुरक्षा व्यवस्थाओं की तैयारियों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि BSF ने 1965 से पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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BSF विश्व में सबसे बड़ा सीमा रक्षक बल है, जो युद्ध और शांतिकाल दोनों समय में किसी भी हालात से निपटने के लिए प्रशिक्षित और अनुभवी है। बल के जवान हर स्थिति में, चाहे आंधी-तूफान हो, सर्दी-गर्मी, बर्फीले पहाड़ या रेगिस्तान, पूरी तत्परता के साथ देश की सुरक्षा में लगे रहते हैं। BSF ने 1971 के भारत-पाक युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध में सेना के साथ मिलकर दुश्मन को करारी शिकस्त दी है।
जवानों को नवीनतम तकनीकों और उपकरणों के उपयोग के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक ताकत बढ़ाने के लिए विशेष ट्रेनिंग मॉड्यूल पर प्रशिक्षित किया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। जवानों और स्थानीय लोगों के लिए विशेष स्वास्थ्य कार्यक्रम और कल्याण योजनाएँ भी शुरू की गई हैं।
BSF की ड्यूटी सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा तक ही सीमित नहीं है। बल सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने में भी सक्रिय है, और स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के प्रयास कर रहा है। स्वतंत्रता दिवस पर BSF की तैयारियाँ और उनकी सतर्कता, देश की सुरक्षा में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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