जोधपुर। अनुसूचित जाति-जनजाति विशिष्ट न्यायालय के पीठासीन अधिकारी मधुसूदन शर्मा के समक्ष चल रहे बहुचर्चित एएनएम भंवरी देवी
अपहरण व हत्या के मामले में बुधवार को एटीएस के अधिकारी मनीष शर्मा से
जिरह पूरी कर ली गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शर्मा इस प्रकरण में अभियोजन के महत्वपूर्ण गवाह थे।
बचाव पक्ष की ओर अधिवक्ता जगमालसिंह चौधरी और संजय विश्नोई सहित अन्य
अधिवक्ताओं ने गवाह से जिरह पूरी की। गुरुवार को इस मामले की महत्वपूर्ण
गवाह सीबीआई की डीएसपी संतोष सांगवा की गवाही और जिरह होगी। सुनवाई के
दौरान मलखानसिंह, महिपाल मदेरणा और परसराम के अलावा अन्य सभी आरोपी
न्यायालय में उपस्थित थे।यह था मामला जोधपुर की एएनएम भंवरीदेवी की सेक्स सीडी टीवी चैनल पर आने के बाद इस केस का
खुलासा हुआ था। भंवरी देवीको ढूंढने का अभियान चला। भंवरीदेवी का पहले
अपहरण हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गई थी। यह कोई मामूली नर्स नहीं थी।
पहले किसी को यह पता ही नहीं चला था कि उसका अपहरण हो गया और बाद में हत्या
कर दी गई। वह कई महीनों तक रहस्य बनी रही। यह नर्स कोई और नहीं, जोधपुर के
जालोड़ा गांव की रहने वाली भंवरी देवी थी।
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