झुंझुनूं। करीब 52 साल पहले 1965 की लड़ाई में शहीद हुए सीथल गांव के प्रभूसिंह को अब 52 साल बाद प्रशासन की ओर से सम्मान दिया गया है। गुरुवार को जब सरकारी नुमाइंदे उनके घर पहुंचे तो परिजनों के साथ ग्रामीणों की आंखें भर आई। हालांकि शहीद प्रभूसिंह अविवाहित थे। लेकिन परिजनों में उनके प्रति अपार श्रद्धा है और आज भी घर पर शहीद प्रभूसिंह को भगवान की तरह पूजा जाता है। हालांकि इससे पहले गांव में किसी ने प्रभूसिंह के प्रति श्रद्धा नहीं दिखाई थी। लेकिन गुरुवार को सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजोर उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चैधरी के साथ उनके घर पहुंचे और शहीद की मां के साथ भाई का सम्मान किया। इस मौके पर शहीद की मूर्ति नहीं लगाने को लेकर बाजोर ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं और वे विधायक कोटे के साथ भामाशाहों की मदद से शहीदों की मूर्तियां लगवाने का काम करेंगे।
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