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जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि भाजपा सरकार के समय जो राजस्थान देश के अग्रणी प्रदेशों में गिना जाता था, वही राजस्थान पिछले 5 वर्षों में तरक़्की की दौड़ में काफ़ी पिछड़ गया। आज यहाँ स्कूल है तो अध्यापक नहीं हैं। अस्पताल है तो डॉक्टर नहीं हैं। कॉलेज है तो व्याख्याता नहीं हैं। पद ख़ाली है पर रोज़गार नहीं हैं।
इस सरकार ने 19 बार पेपर लीक करवा कर लाखों बेरोज़गारों का भविष्य ख़राब कर दिया। अब बेरोज़गारों की बद्दुआएँ इस गहलोत सरकार को डसेगी।
वे भादरा में भाजपा प्रत्याशी संजीव बैनीवाल, राजगढ़ प्रत्याशी सुमित्रा पूनिया, अलवर प्रत्याशी संजय शर्मा और फ़ुलेरा प्रत्याशी निर्मल कुमावत के समर्थन में आयोजित सभाओं में बोल रही थी।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में जो भी बच्चा पैदा होगा, वह अपने ऊपर क़रीब 70 हज़ार रुपये का कर्ज़ लेकर ही पैदा होगा। राजस्थान के इतिहास में प्रदेश पर सबसे अधिक कर्ज गहलोत के समय में हुआ है। यह कर्जा सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए नहीं, कांग्रेस के विकास के लिए लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार का खजाना प्रदेश की जनता पर नहीं, अपने विधायकों पर लुटाते है। कांग्रेस के ही विधायकों ने जब सरकार गिराने की कोशिश की तब विधायकों की बाड़ाबंदी में मोटा पैसा खर्च हुआ। महीनों महीनों पूरी फाइव स्टार होटलों में रही। यह पैसा जनता का ही तो था। आज निवेशक राजस्थान से दूर भाग रहें हैं, क्योंकि देश में सबसे अधिक महँगी बिजली कहीं है तो वह राजस्थान में है।
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