• Aapki Saheli
  • Astro Sathi
  • Business Khaskhabar
  • ifairer
  • iautoindia
2 of 4

PLF 2018 : कविता बुरे दिनों में नहीं है, इसके चाहने वाले आज भी हैं

स्त्री लेखन विषय पर मैत्रेयी पुष्पा, कात्यानी, गीता श्री, विपिन चौधरी ने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन रुपा सिंह ने किया। मैत्रेयी पुष्पा ने कहा कि आज के दौर में लेखन के क्षेत्र में कदम रख रही नई पीढ़ी को सीखने की जरूरत है। लेखन ऐसा होना चाहिए जो दिल के करीब हो। नूर जहीर और कात्यानी ने भी युवा लेखकों को लेखन के गुर बताए।

नौटंकी का नेप्थ्य

इस सत्र का संचालन करते हुए विनोद भारद्वाज का कहना था कि पहले नौटंकी देखने को बुरा समझा जाता था जबकि कोई भी कला खराब नहीं होती। नौटंकी देश की लोककला है लेकिन कुछ लोगों ने इसका स्वरुप बिगाड़ने की कोशिश की है। सुर बंजारन उपन्यास पर चर्चा करते हुए लेखक भगवानदास मोरवाल, कृष्णाकुमारी और रणवीर सिंह ने इसे आज के दौर का उपन्यास बताया।

दक्षिण एशिया का सांस्कृतिक संकट

सत्र के दौरान डा. गोपाल ठाकुर और युग पाठक ने नेपाल और डा. डीपी सिंह और निर्मला परेरा ने श्रीलंका में सांस्कृतिक संकट के बारे में बताया। डा. रामशरण जोशी ने भारत में चल रही स्थिति के बारे में बताया।

विस्थापन का दर्द


यह भी पढ़े : 90 की उम्र फिर भी आंख से तिनका निकाल लेते भगत राम


यह भी पढ़े

Web Title-PLF: The poem is not in bad days. Its fans are still today
खास खबर Hindi News के अपडेट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करे!
(News in Hindi खास खबर पर)
Tags: rajasthan news, jaipur news, plf the poem is not in bad days its fans are still today, hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, jaipur news, jaipur news in hindi, real time jaipur city news, real time news, jaipur news khas khabar, news in hindi, plf the poem is not in bad days- its fans are still today
Khaskhabar Rajasthan Facebook Page:
स्थानीय ख़बरें

राजस्थान से

प्रमुख खबरे

आपका राज्य

Traffic

जीवन मंत्र

Daily Horoscope

Copyright © 2024 Khaskhabar.com Group, All Rights Reserved