जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों पर प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को सुगम बनाने के लिए तकनीकी नवाचार लागू करने पर प्रतिबद्धता से कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में निम्स हॉस्पिटल, जयपुर में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजस्थान की आईटी की ओर से आयोजित इस कार्यशाला में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री के लाभों से अवगत कराया गया।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कार्यशाला में निम्स हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ ने भाग लिया। उन्हें हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री के महत्व और इसके विभिन्न फायदों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि एचपीआर आईडी से स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की प्रोफेशनल पहचान की सुरक्षा, पारदर्शिता और आसानी से ट्रैकिंग संभव होती है, जिससे मरीजों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलती हैं।
कार्यशाला के दौरान डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की एचपीआर आईडी भी बनाई गई, ताकि वे देशव्यापी डिजिटल स्वास्थ्य नेटवर्क से जुड़ सकें और अपनी सेवाओं को और अधिक सशक्त रूप से प्रदान कर सकें।
मजदूरों की कमी से श्रीराम मंदिर निर्माण में हो सकती है तीन महीने की देरी : नृपेंद्र मिश्र
सैमसन के तूफान में उड़ा दक्षिण अफ्रीका, भारत 61 रन से जीता
हिजबुल्लाह ने मध्य, उत्तरी इजरायल पर पांच रॉकेट दागे : सूत्र
Daily Horoscope