जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलबाजी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट लोकसभा चुनाव में राज्य में पार्टी की पराजय के कारणों को गिनाने गुरुवार से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भाजपा ने राज्य में 24 सीटें जीती, जबकि एक अन्य सीट पर उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने जीत दर्ज की। कांग्रेस की यह हार काफी शर्मनाक रही, क्योंकि पार्टी अभी छह महीने पहले ही विधानसभा चुनाव जीत कर सत्ता में आई है।
पार्टी के एक नेता ने नाम न जाहिर करने के अनुरोध के साथ कहा कि सत्ता के दो केंद्र बनने के कारण हमारी पार्टी में स्थितियां खराब हुईं। एक नेता जमीन से जुड़ा हुआ है, जबकि दूसरा हाईफाई है और ग्रामीण इलाकों में भी अंग्रेजी में बोलता है। सूत्रों ने कहा कि कई नेता सोचते हैं कि पार्टी का नेता कोई एक होना चाहिए। एक स्थानीय पार्टी नेता ने कहा कि ज्यादा लोगों का हस्तक्षेप होने से बात बिगड़ जाती है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु में बरसे पीएम मोदी, कहा- इंडी गठबंधन के लोग एक घिसा-पिटा टेप रिकॉर्डर लेकर घूम रहे हैं
कर्नाटक कांग्रेस का केंद्र के खिलाफ बेंगलुरु में खाली बर्तनों के साथ प्रदर्शन
राहुल अगर दो जगह से चुनाव लड़ते हैं तो क्या गलत है, मोदी ने भी ऐसा किया-वेणुगोपाल
Daily Horoscope