जयपुर । राजस्थान में प्रतिवर्ष शिशुओं की मौत होना बिल्कुल नहीं रोका जा सकता है, हां यह जरूर है कि अभी एक हजार बच्चों में से 41 नवजात बच्चों की मौत प्रतिवर्ष होती है, लेकिन वर्ष 2022 तक नवजात बच्चों की मौत का आंकड़ा 28 तक प्रतिवर्ष तक पहुंच जाएगा। यह कहना है कि प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ का। अपने विभाग की चार साल की उपलब्धियां गिनाने के बाद उन्होंने नवजात बच्चों की मौत के सवालों पर कहा है कि यह सही है कि संसाधनों की कमी के चलते नवजात बच्चों की मौत हुई है और दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने बताया कि राजस्थान में शिशु मृत्युदर एसआरएस 2012 की रिपोर्ट के अनुसार 49 थी, जबकि वर्ष 2013 में शिशु मृत्यदर 47 थी, लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने सुधार करते हुए यह आंकड़ा 41 तक पहुंचा दिया है। लेकिन चिकित्सा मंत्री ने यह साफ किया है कि एकदम से बच्चों की मौत का आंकड़ा खत्म नहीं किया जा सकता है। आपको बता दे कि राजस्थान में 32 हजार नवजात बच्चों की मौत के आंकड़ों की बात राज्य सरकार ने राजस्थान हाईकोर्ट में स्वीकार की है। इस बारे में पूछे गए सवालों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कोई भी संतोष जनक जवाब नहीं दिया।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope