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जयपुर। रियल एस्टेट बिल्डर्स बुकिंग राशि लेने के बाद ग्राहकों को किस कदर परेशान करते हैं, इसके कई मामले सामने आए हैं और आ रहे हैं। बुकिंग के समय तो ग्राहकों को बड़े-बड़े सपने दिखाए जाते हैं। लेकिन, बाद में उनके सपने चकनाचूर कर देते हैं। ताजा मामला डेजी डेवलपर्स के जयपुर में चल रहे प्रोजेक्ट यूनिक एस से जुड़ा है। फ्लैट के कब्जा समय पर न देने संबंधी 2 शिकायतों पर सुनाए फैसले में राजस्थान रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (RAJ-RERA) ने आदेश दिया है कि बिल्डर कंपनी दोनों ग्राहकों को जमा रकम पर 31 जनवरी 2020 और 31 जनवरी 2021 से फ्लैट का कब्जा देने की तारीख तक बैंक दर 11.10 प्रतिशत सालाना के हिसाब से ब्याज राशि का भुगतान करे।
प्रार्थी अमित खेतान और राकेश खेतान की शिकायत पर सुनाए फैसले में रेरा अथॉरिटी के सदस्य सुधीर कुमार शर्मा ने कहा कि डेवेलपर्स द्वारा बताए गए देरी के कारणों को कुछ हद तक कोरोना महामारी द्वारा प्रभावित माना जा सकता है, लेकिन अन्य कारणों को सही नहीं ठहराया जा सकता। सुधीर कुमार शर्मा ने कहाकि निर्माण में देरी और कब्जा न मिलने के कारण शिकायतकर्ताओं को मानसिक और वित्तीय नुकसान हुआ है, जिसे ब्याज के रूप में मुआवजा दिया जाए।
अथॉरिटी ने डेवेलपर्स को आदेश दिया कि जैसे ही प्रोजेक्ट का निर्माण पूरा होगा और निर्माण की स्वीकृति (Completion Certificate) प्राप्त होगी, दोनों शिकायतकर्ताओं को तत्काल कब्जा दिया जाए। इसके साथ ही, डेवेलपर्स को शिकायतकर्ताओं को देरी के कारण ब्याज का भुगतान भी करना होगा। इसके साथ शिकायतकर्ताओं को भी आदेश दिया कि वे बकाया किस्तों का भुगतान करें।
https://rera.rajasthan.gov.in/Content/pdf/8702RAJ-RERA-C-N-2023-5988%20AND%205989%20AMIT%20KHAITAN%20AND%20RAKESH%20KHAITAN%20VERSUS%20DAISY%20DEVELOPERS.pdf
जानिए, क्या थी ग्राहकों की मानसिक परेशानीः
अमित खैतान ने शिकायत की थी कि उन्हें 29 नवंबर 2018 को यूनिक एस प्रोजेक्ट के तहत यूनिट नंबर 909 आवंटित की गई थी। इस यूनिट के लिए कुल राशि 29,24,856 रुपए तय की गई थी, जिसमें से 22,92,854 रुपये का भुगतान उन्होंने कर दिया था। डेज़ी डेवेलपर्स ने 31 जनवरी 2020 तक कब्जा देने का वादा किया था, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा नहीं दिया गया। अमित खैतान ने निर्माण पूरा होने के बाद कब्जा देने और देरी के कारण ब्याज का भुगतान करने की मांग की थी।
इसी तरह राकेश खैतान ने शिकायत की थी कि उन्हें 24 अक्टूबर 2019 को यूनिट नंबर 206 आवंटित की गई थी। इस यूनिट के लिए कुल राशि 46,42,848 रुपए थी, जिसमें से 25,99,994 रुपए का भुगतान राकेश खैतान ने किया था। उन्हें भी 31 जनवरी 2021 तक कब्जा मिलना था, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा नहीं दिया गया। उन्होंने भी निर्माण पूरा होने के बाद कब्जा देने और देरी के लिए ब्याज की मांग की थी।
डेजी डेवलपर्स ने फ्लैट का कब्जा देने में देरी केे बताए ये बहानेः
डेज़ी डेवेलपर्स ने रेरा में इन शिकायतों का जवाब देते हुए कहा कि प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी के कई कारण थे। इनमें प्रमुख कई आवंटियों द्वारा किस्तों का भुगतान समय पर न करना। निर्माण संबंधी अनुमतियों में देरी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बजरी पर प्रतिबंध (Bajri Ban) का आदेश। फंड की कमी और धीमा बिक्री। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण काम में रुकावटें। इसके अलावा, डेवेलपर्स ने यह भी बताया कि कोरोना महामारी के दौरान RERA ने एक साल का विशेष विस्तार दिया था।
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