जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर के परिसर में लगी मनु मूर्ति पर सोमवार को दो महिलाओं ने कालिख पोत दी। दिन के समय सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए महिलाओं ने काली स्याही फेंक कर मूर्ति को बदरंग कर दिया। इसके बाद वहां वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची अशोक नगर थाना पुलिस ने मूर्ति पर कालिख पोतने के आरोप में दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया। दोनों की पहचान बिहार के ओरंगाबाद निवासी के रूप में हुई है। हालांकि फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि मनु प्रतिमा पर उन्होंने कालिख क्यों पोती और उनका जयपुर आने का मकसद क्या है? ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस घटनाक्रम के बाद एक बार फिर हाईकोर्ट परिसर में मनु स्मृति और मनु मूर्ति को हटाने का मुद्दा चर्चा में आ गया है। पिछले साल एक संगठन के कार्यकर्ताओं ने यहां से मनु स्मृति और मनु मूर्ति हटाने के लिए जन आन्दोलन की घोषणा की थी। जनवरी 2017 में यह घोषणा मनुवाद विरोधी सम्मेलन में की गई थी और साथ ही यह तय किया गया था कि मनुवाद विरोधी अभियान का एक शिष्टमंडल राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से मिलकर मांग करेगा कि उच्च न्यायालय परिसर में लगी कथित अन्याय के प्रतीक मनु की मूर्ति को हटाने के लिये शीघ्र सुनवाई की जाए।
अधिवक्ता प्रेमकृष्ण ने मनुस्मृति को शूद्र एवं महिला विरोधी बताते हुए कहा गया कि ऐसे ग्रंथों के होते हुए समाज से गैर बराबरी की मानसिकता खत्म नहीं हो सकती। इसके लिए एक जन आन्दोलन चलाए जाने की आवश्यकता है और इसलिए जन आंदोलन का निर्णय लिया गया था।
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