जयपुर । राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सामने भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने बगावती देवर दिखा दिए और मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान विरोध स्वरूप खड़े रहे। वहीं इस दौरान निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल और उपनेता रमेश मीणा ने भी भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी का साथ दिया । ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विधानसभा में शुक्रवार को शाम 5 बजे जैसे ही मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलने के लिए सदन में खड़ी हुई। इस दौरान भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी भी खड़े हो गए। इस दौरान तिवाड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल से बोलने की इजाजत मांगी। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इजाजत नहीं दी। इस पर तिवाड़ी ने कहा कि सदन के अंदर आप मुझे बोलने से नहीं रोक सकते है।
वहीं संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह पहली बार इस प्रकार की अनहोनी सदन में हुई है कि सदन की नेता के सामने कोई वरिष्ठ विधायक इस तरह का बर्ताव कर रहा है। राठौड़ के बयान पर तिवाड़ी ने कहा कि मैं अब वरिष्ठ नहीं गरिष्ठ हो गया हूं और मेरे पास कुछ डॉक्यूमेंट है, जो सदन के सामने रखना चाहता हूं। लेकिन विस अध्यक्ष ने तिवाड़ी को बोलने की अनुमति नहीं दी। इस बीच निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल और कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी की बात का समर्थन किया।
लेकिन विस अध्यक्ष ने कहा कि सभी विधायकों को अनुशासित विधायक की तरह बर्ताव करना चाहिए। अगर कोई अनुशासन में नहीं रहता है, तो सदन से बाहर जा सकता है। इसके बाद भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी, कांग्रेस विधायक रमेश मीणा और निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल सदन से बाहर चले गए। सदन से बाहर भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि लोकतंत्र जो लूटतंत्र बन गया है उसे बचाने के लिए कुछ बोलने के लिए सदन में खड़ा हुआ था और मेरे पास कुछ डाक्यूमेंट भी थे, लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया गया । लेकिन अब वक्त आ गया है और जनता के सामने मैं बोलूंगा।
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