जयपुर। कोेटा के पास मुकंदरा टाइगर हिल्स में जल्द टाइगर की दहाड़ गूजेंगी। रणथंभौर से दो टाइगर मुकंदरा हिल्स में शिफ्ट किए जाएंगे। इसकी अनुमति देने के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर
ने गुरुवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.
हर्षवर्द्धन से मुलाकात की। उनसे जल्द अनुमति दिलाने का अनुरोध किया जिस पर हर्षवर्धन ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने
केन्द्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि मुकंदरा टाइगर हिल्स में बांध के
अलावा अन्य वन्य जीवों की बहुतेरी संख्या में मौजूदगी है। मुंकदरा टाइगर
हिल्स में जैव विविधता का सुंदर मिश्रण है। बारहमासी चंबल नदी का प्राकृतिक
परिदृश्य इस अभ्यारण्य को और अधिक समृद्ध बनाता है। खींवसर ने बताया कि मुकंदरा हिल्स टाइगर परियोजना राजस्थान के लिए बहुत
महत्वपूर्ण परियोजना है तथा इसमें बाघ के जोड़े का पुनर्वास होने से पर्यटन
की दृष्टि से इसका महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। उन्होंने
बताया कि इस टाइगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत आने वाले 16 गांवों में से दो
गांवों लक्ष्मीपुरा और खारी बावड़ी के पुनर्वास का काम पूरा किया जा चुका है
तथा दो और गांवों दामोदरपुरा और गिरधरपुरा के पुनर्वास का काम प्रगति पर
है। खींवसर ने मुकंदरा हिल्स की तरह सरिस्का टाइगर प्रोजेक्ट के लिए भी बाघोें के पुनर्वास की मंजूरी दिलवाने का आग्रह किया।
रणथम्भौर बाघ अभ्यारण्य के बफर जोन में टाइगर सफारी एवं रेस्क्यू सेंटर बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री डॉ.
हर्षवर्द्धन को बताया कि रणथम्भौर के बफर जोन
सवाई माधोपुर, बूंदी और टोंक जिलों की सीमा से लगते उनियारा (टोंक) तहसील
के आमली गांव में टाइगर सफारी और रेस्क्यू सेंटर स्थापित करने के लिए
116.10 करोड़ रूपये का प्रस्ताव केन्द्र सरकार के विचाराधीन है। उन्होंने इस
परियोजना को भी मंजूरी दिलवाने का आग्रह किया। खींवसर ने डॉ.
हर्षवर्धन से रणथम्भौर टाइगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत विकसित
किये जाने वाले रेसक्यू सेंटर और टाइगर सफारी के तहत पुनर्वास होने वाले
गांवों के लिए 456.53 हेक्टेयर वन भूमि हस्तातंरित करने की मंजूरी दिलवाने
का आग्रह किया। साथ ही पुनर्वासित गांवों के लिए 492.756 लाख रुपये की
अवशेष राशि को व्यय करने की मंजूरी प्रदान करने के साथ ही कैम्पा प्रोजेक्ट
में 121 करोड़ रुपये की धनराशि स्थानांतरित करवाने की मंजूरी देने का आग्रह
भी किया।
इस मौके पर राजस्थान के मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) श्री जी.वी.रेड्डी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री से भेंट
बाद
में खींवसर ने केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा से भी
भेंट की और रणथम्भौर टाइगर प्रोजेक्ट में पर्यटन विकास की विभिन्न
परियोजनाओं के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दी गई 90 करोड़ रुपये की सैद्धांतिक
स्वीकृति के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
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