जयपुर । आईएएस एसोसिएशन इस बार रविवार को साहित्यिक संवाद कार्यक्रम की कड़ी में भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी शुभ्रता प्रकाश से रूबरू कराने जा रहा है। शुभ्रता प्रकाश वह महिला अधिकारी जो 10 वर्षो तक डिप्रेशन में रही और डिपे्रेशन से उबरने के बाद लोगों की जिदंगी में आए अवसाद को उबारने के लिए अपने अनुभवों को एक पुस्तक द वर्डः ए सर्वाइवर गाइड टू डिप्रेशन के रूप में पिरोया है। यह जानकारी आईएएस एसोसिएशन की साहित्यिक सचिव मुग्धा सिन्हा ने दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने बताया कि 1 दिसम्बर को टेक्नो हब में प्रातः 11 बजे आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में एसएमएस हॉस्पिटल के मनोवैज्ञानिक हैड डॉ. आर.के. सोलंकी तथा अपेक्स हॉस्पिटल की निदेशक एवं फाउंडर शीनू झवर आईआरएस शुभ्रता प्रकाश से उनकी पुस्तक द वर्डः ए सर्वाइवर गाइड टू डिप्रेशन पर संवाद करेंगे।
सिन्हा ने बताया कि लेखिका वर्तमान में अतिरिक्त आयकर आयुक्त, नई दिल्ली में तैनात है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में बहुत अधिक लोग अवसाद से पीड़ित है। इसके बहुत से कारण है तथा परिणामों को खारिज कर दिया जाता है और पीडितों को अक्सर नजरअदांज किया जाता है। जीवन में ऐसे पल बहुत कम आते है जिसमें एक व्यक्ति लडकर सभी को प्रकाश की राह दिखलाता है और पीड़ित लोगों के जीवन में खुशियां लौटाता है। ऐसा ही एक नाम है शुभ्रता प्रकाश का। जिन्होंने एक ऐसी मानसिक अवसाद की सड़क की यात्रा की जो संघर्ष, निकट मृत्यु और उससे उबरने की कहानी को बयां करती है।
साहित्यिक सचिव ने बताया कि डिप्रेशन एक गंभीर लेकिन आम बीमारी है, इसलिए इसका सही समय पर इलाज होना बहुत जरूरी है। और इसे ऐसे ही छोड़ दिया जाए तो जीवन के प्रत्येक पहलू पर बहुत बुरा असर डालती है तथा पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को नीरस एवं संकट में डाल सकती है। अतः इस कार्यक्रम के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया जाएगा कि बच्चों, युवाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में आए अवसाद को किस प्रकार दूर किया जाए और पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन को सरस बनाया जा सके।
लेखिका शुभ्रता प्रकाश का कहना है कि उनकी पुस्तक दो महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें पहला भाग विकार, संभावित कारण उपचार के विकल्प और स्वयं या किसी प्रियजन की मदद के बारे में जानकारी देती है तथा दूसरे भाग में डिप्रेशन के साथ रहने का मेरा अनुभव है। यह आंशिक रूप से दूसरो की मदद करने से संबंधित है। जब किसी को मेजर डिप्रेसिव डिसआर्डर होता है और यह भी उम्मीद बताती है कि यह बेहतर हो जाएगा।
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