उन्होंने इस दौरान ग्रामवार पेयजल आपूर्ति पर चर्चा की,
जनप्रतिनिधियों से समस्याएं जानीं और अधिकारियों को उनके समुचित समाधान के
निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि सुजानगढ़ की
ढाणियों में बसे व्यक्ति को हिमालय का मीठा पानी मिले। जहां आपणी योजना की
पाइप लाइन नहीें डाली गयी है, वहां पर शीघ्र लाइन डालकर पानी पहुंचाएं।
जलापूर्ति से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरो से सप्लाई देकर आम-आदमी को
राहत पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के मौहल्लों में भी समुचित
जलापूर्ति की जाए। आपणी योजना की प्रगति रिपोर्ट के साथ समीक्षा करते हुए
उन्होेंने इस योजना से जुडे अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ रूबरू होकर
योजना की प्रगति की समीक्षा की व ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों की समस्याओं
का मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। मेघवाल ने ग्राम आसरासर व बैरासर
में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत टैंकरो से जलापूर्ति के निर्देश दिए।
उन्होनें
आपणी योजना के अधिकारियों से कहा कि पिछले काफी समय से शिथिल हुए पेयजल
व्यवस्था को दुरुस्त करें और गांव-गांव ढाणी में पीने के गुणवत्तायुक्त
पानी की समुचित आपूर्ति हो। उन्होनें गांवों में जर्जर पुरानी टंकियों की
मरम्मत करवाने के निर्देश भी दिए। बैठक में स्थानीय जन प्रतिनिधि संबंधित
अधिकारी मौजूद थे।
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