जयपुर । राजधानी जयपुर में तीन दिवसीय समानांतर साहित्य उत्सव यानी पीएलएफ का शनिवार से शुभारंभ हो गया। इस समानांतर साहित्य उत्सव का साहित्यकार विभूति नारायण, मैत्रेयी पुष्पा, अर्जुन देव चारण, राजेंद्र राजन, विष्णु खरे, नरेश सक्सेना और लीलाधर मंडलोई ने दीप प्रज्जवलित करके उदघाटन किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्वागत उदबोधन में पीएलएफ के अध्यक्ष ऋतुराज ने कहा कि यह आयोजन राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ का एक छोटा सा प्रयास है। यह पहल इस तरह की है जैसे किसी शिशु ने एक बड़ी झील पर पत्थर फेंकने की कोशिश की हो।
उन्होंने कहा कि आजकल जो लिट् फेस्ट हो रहे है, ऐसे आयोजन सिर्फ आवारा पूंजी के वर्चस्व के खेल है। पीएलएफ एक समानांतर प्रतिरोध करने की कोशिश है सत्ता और बाजार के समीकरण को चुनौती देती है। यह एक वैकल्पिक हस्तक्षेप भी है।
उन्होंने कहा कि पीएलएफ का आयोजन ख्यातनाम साहित्यकारों की बैचेनी है।
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