जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमने एक उन्नत, समृद्ध और प्रगतिशील राजस्थान का सपना देखा है जो प्रदेश के सभी शिक्षकों के सहयोग और योगदान से पूरा होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक नए राजस्थान के आर्किटेक्ट बनें और अपने काबिल कन्धों पर जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश का भविष्य संवारने का काम करें।
सीएम राजे बुधवार को अमरूदों का बाग में राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रदेशभर से आए हजारों शिक्षको को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित प्रदेश ही विकसित प्रदेश बन सकता है और यह शिक्षकों की मेहनत से ही संभव है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में सैकण्डरी बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जो 2013-14 में 58 प्रतिशत था, वह 2017-18 में बढ़कर 80 प्रतिशत हो गया है। इसी प्रकार 12वीं कला का परिणाम 83 से 89 प्रतिशत, 12वीं वाणिज्य का परिणाम 86 से 91 तथा 12वीं विज्ञान का परिणाम 72 से बढ़कर 87 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के उत्थान के लिए 78 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गयी है। वर्तमान में 87 हजार से अधिक पदों पर और भर्तियां की जा रही हैं जिसके बाद मात्र दो से तीन प्रतिशत पद ही खाली रह जाएंगे। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि पांच साल में शिक्षा में सुधार के जो काम शुरू हुए हैं, उन्हें चालू रखें।
सीएम राजे ने कहा कि शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए 720 सैकंडरी और सीनियर सैकंडरी स्कूलों में 10 ट्रेड में व्यावसायिक शिक्षा के कोर्स शुरू किए गए हैं। वर्ष 2018-19 में 185 और नए स्कूलों में भी व्यावसायिक शिक्षा के कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बीएड और बीएसटीसी के 2 लाख विद्यार्थियों को भी सरकारी स्कूलों में इंटर्नशिप के लिए लगाया गया है ताकि अच्छे शिक्षक तैयार हो सकें।
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