जयपुर। सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए संशोधित विज्ञप्ति संभवतः इसी सप्ताह जारी हो जाएगी। इसके तहत सफाई कर्मियों की भर्ती में परंपरागत सफाई कार्य से जुड़े बाल्मीकि परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
संयुक्त बाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के स्वायत्त शासन निदेशालय के अधिकारियों के साथ हुए समझौते में यह सहमति बनी है। इस लिखित समझौते के बाद सफाई कर्मियों की हड़ताल खत्म हो गई है।
इससे पहले स्वायत्त शासन निदेशालय में बुधवार को सफाई श्रमिकों से जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों की स्वायत्त शासन निदेशक हृदेश कुमार और फर निदेशक नरेंद्र कुमार वर्मा के साथ मीटिंग हुई। इस दौरान सफाई कर्मचारी नेताओं की ओर से भर्ती के लिए संशोधित विज्ञप्ति जारी करने समेत अन्य मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बता दें कि सफाई कर्मियों की भर्ती में परंपरागत सफाई कार्य से जुड़े बाल्मीकि परिवारों को प्राथमिकता दिए जाने की मांग इसलिए की जा रही है क्योंकि भरतपुर समेत कई नगरीय निकायों में सफाई कर्मियों के पदों पर गैर बाल्मीकि समाज के लोग नौकरी लग गए हैं। लेकिन, वे सफाई कार्य करने के बजाय राजनीतिक संरक्षण औऱ सिफारिशों से डेपुटेशन पर जिला स्तरीय अधिकारियों के घर अथवा कार्यालयों में काम कर रहे हैं।
जबकि सफाई श्रमिकों की मांग है कि ऐसे कर्मचारियों को मूल काम पर ही लगाया जाए, जिसके लिए वे भर्ती हुए हैं।
समझौता वार्ता में सफाई श्रमिक संघ नगर निगम हैरिटेज औऱ ग्रेटर के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया, अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश लोहरा, सुरेश कल्याणी, सत्यनारायण आनोरिया और शिवचरण डंडोरिया मौजूद थे।
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