जयपुर। उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सीकर के नयाबास में स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने से क्षेत्र के बेराजगार युवाओं को स्वरोजगार मिलने से उन्हें आर्थिक सम्बल भी मिलेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मीणा बुधवार को सीकर जिले के नीमकाथाना तहसील के नयाबास में खादी प्रोत्साहन एवं विकास कार्यक्रम के तहत रामप्यारी देवी शिक्षण संस्थान में खादी प्रोत्साहन एवं स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने स्वरोजगार अपनाने सहित युवाओं से खादी से जुड़ने का आव्हान किया। मीणा ने अपने उद्बोधन में संस्थान को बालिका शिक्षा में अग्रणीय माना तथा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण संस्थान को साधुवाद दिया। मीणा ने कहा कि महात्मा गांधी जी 150 वीं जयंती पर 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आजादी के बाद पहली बार खादी पर 50 प्रतिशत तक की सब्सीडी देने की घोषणा की हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों को 10 करोड़ रूपये तक के उद्योग लगाने के लिए ऑन लाईन पोर्टल पर आवेदन करने पर उसकी स्वीकृति उसी दिन जारी कर रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 1600 लोगों को उद्योग स्थापित करने की स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा जारी की जा चुकी है। मंत्री मीणा ने कहा कि राज्य में उद्योग स्थापित होंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और उनके परिवार को आर्थिक सम्बलन भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि शेखावाटी में सीकर एवं झुंझुनूं के काफी लोग राजकीय सेवाओं में अपनी सेवाएं दे रहे है। उन्होंने समाज के लोगों का आव्हान किया कि गरीब परिवार के बच्चों को पढ़ा-लिखाकर उन्हें संरक्षण देकर समाज कि भलाई के लिए कार्य करें।
कार्यक्रम में बद्री लाल मीणा, राज्य निदेशक खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने राजस्थान में खादी विकास की आवश्यकता पर बल दिया एवं रामप्यारी देवी शिक्षण संस्थान को खादी की मॉडल संस्था बनाने की घोषणा की तथा इस संस्थान में खादी द्वारा मान्यता प्राप्त अनेक कोर्सेज चलाने की विधिवत घोषणा की। उन्होंने अपने सम्बोधन में बताया कि भारत में सुरक्षा प्रबन्धन एवं सी.सी.टीवी सर्विलांस कोर्स एक मात्र इस संस्थान में चल रहा है तथा खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा संचालित सभी कोर्स को इस संस्थान में चलाया जायेगा।
उन्होंने कार्यक्रम में मधुमक्खी प्रशिक्षण केन्द्र एवं मिट्टी के बर्तन, ब्लू पोर्टरी के प्रशिक्षण भी इस संस्थान को देने की घोषणा की एवं कुम्हारों को चाक वितरण किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि खेतडी विधायक डॉ. जितेन्द्र सिंह थे। इस अवसर पर उन्होंने खादी एवं उससे प्राप्त स्वरोजगारों की चर्चा की एवं रामप्यारी देवी शिक्षण संस्थान को इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम को चलाने के लिए साधुवाद दिया।
कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक डॉ. विक्रम गौतम सिंह महरोली ने बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग भारत सरकार के द्वारा रामप्यारी देवी शिक्षण संस्थान को कई कोर्सों की मान्यता दी है जिसमें सुरक्षा प्रबन्ध एवं सी.सी.टी.वी सर्विलांस, कटिंग एवं टैलरिंग एवं बेसिक कोर्स इन कम्प्यूटर कोर्स है। डॉ. विक्रम गौतम सिंह ने खादी को आत्म सम्मान एवं स्वरोजगार का यज्ञ बताते हुए युवाओं को सत्कार्य के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में पूर्व आईएएस अधिकारी के.एल मीना ने संस्थान के परिसर में खादी संस्था की स्थापना के लिए भूमि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया एवं विभिन्न स्वरोजगार कार्यक्रम को शुरू करवाने को कहा। डॉ. विशाल जैफ ने खादी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खादी गांधी जी का सपना है एवं उनके सपनों को पूरा करने का माध्यम है। मदनलाल सैनी ने खादी को बढ़ावा देने की बात पर बल दिया।
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