जयपुर। उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम चन्द बैरवा ने बुधवार को विधानसभा में स्पष्ट किया कि प्रदेश में राजसेस के अन्तर्गत खोले गए महविद्यालयों को बंद करने का राज्य सरकार का कोई विचार नहीं है। उन्होंने बताया कि इन महाविद्यालयों की विभिन्न मापदण्डों पर समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। राज्य सरकार को समिति की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि रिपोर्ट का परीक्षण कर इनके संबंध में शीघ्र ही यथोचित निर्णय लिया जाएगा।
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बैरवा ने कहा कि विधान सभा क्षेत्र सूरतगढ़ में राजसेस के तहत खोले गए राजकीय महाविद्यालय बीरमाना को इसी वर्ष 31 अगस्त तक शुरू कर दिया जाएगा।
उच्च शिक्षा मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि राजसेस के अन्तर्गत संचालित 303 महविद्यालयों में छात्रों की नामांकन संख्या, उस क्षेत्र में कॉलेजों की प्रभावशीलता एवं नये कॉलेज खोलने के संबंध में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में विहित मानदण्ड आदि के संबंध में जांच एवं समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
इससे पहले विधायक डूंगरराम गेदर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विगत पांच वर्षों में प्रदेश में कुल 345 (42 राजकीय व 303 राजसेस) महाविद्यालय खोले गये हैं। उन्होंने इनका जिलेवार विवरण सदन के पटल पर रखा।
बैरवा ने बताया कि विधान सभा क्षेत्र सूरतगढ़ में वर्ष 2023 में राजकीय महाविद्यालय बीरमाना (राजसेस) खोला गया। उक्त महाविद्यालय वर्तमान में सहकारी समिति के भवन में अस्थाई रूप से संचालित है। उक्त महाविद्यालय का नवीन भवन निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय को आवश्यकतानुसार मूलभूत सुविधाएं नोडल महाविद्यालय द्वारा उपलब्ध करवायी जा रही हैं। सत्र 2024-25 में गेस्ट फेकल्टी के माध्यम से अध्यापन करवाये जाने हेतु दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं।
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