जयपुर/पाली। पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत् पाली के जैतारण कस्बे के लाइफ केअर हॉस्पिटल में डिकॉय कार्रवाई के दौरान अनाधिकृत रूप से सोनोग्राफी करते हॉस्पिटल मालिक डॉ. रामनिवास को शुक्रवार को न्यायालय जैतारण में पेश किया गया। माननीय न्यायालय ने आरोपी को 23 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उल्लेखनीय है कि पिछले गुरूवार को पुलिस थाना पीसीपीएनडीटी, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन अजमेर एवं पाली पीसीपीएनडीटी की संयुक्त टीम ने पाली के जैतारण में डिकाॅय कार्यवही कर डाॅ. रामनिवास निवासी बांजाकुड़ी जेतारण को गिरफ्तार किया था।
मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी पाली डॉ. आर. पी. मिर्धा ने बताया कि सूचना मिली कि लाईफ केयर हाॅस्पिटल में सोनोग्राफी कर गर्भस्थ शिशु के लिंग की जानकारी दी जाती है और सूचना की पुष्टि के बाद कार्यवाही कर डाॅ. रामनिवास को अनाधिकृत रूप से सोनोग्राफी करते हुए गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी शालिनी सक्सैना के निर्देशन में गठित संयुक्त टीमों ने सोनोग्राफी सेवा देने वाले डॉ. रामनिवास से कार्ययोजना के अनुसार सम्पर्क किया एवं बोगस ग्राहक की सहायता से डॉ. रामनिवास के हॉस्पिटल पहुंचा कर पथरी की सोनोग्राफी करवायी गयी। उसे वहीं अन्य महिला की सोनोग्राफी करते रंगें हाथों गिरफ्तार किया गया था।
’टीम में ये रहे शामिल’
पुलिस थाना पीसीपीएनडीटी ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन टीम के अलावा जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी अजमेर से ओमप्रकाश टेपण, पाली से महेश कुमार भी शामिल रहे।
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