जयपुर। राज्य में बीस सूत्री कार्यक्रम के विभिन्न बिंदुओं की सफल क्रियान्विति करते हुए वर्ष 2018-19 में लगभग सभी आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध शत प्रतिशत से अधिक उपलब्धि हासिल की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रमुख शासन सचिव, आयोजना अभय कुमार ने बताया कि राज्य में बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत 37 हजार पम्प सैट लगाकर विद्युतीकृत करने के लक्ष्य के विरूद्ध तीन सौ प्रतिशत से अधिक की उपलब्धि हासिल कर 1 लाख 24 हजार 637 पम्प सैट लगाकर विद्युतीकृत किये गए। इसी प्रकार राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल परियोजना के तहत भी लक्ष्य के विरूद्ध दो सौ प्रतिशत से अधिक की उपलब्धि हासिल कर 2 हजार 139 आवासों को जलापूर्ति से जोड़ा गया तथा जल गुणवत्ता समस्याग्रस्त एक हजार 167 गांवों में समाधान कर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया गया।
उन्होंने बताया कि मनरेगा में 99 लाख 67 हजार 935 जॉब कार्ड जारी कर 2, 942 लाख का रोजगार सृजन किया गया। इस दौरान श्रमिकों को 3,88,599 लाख रूपये मजदूरी का भुगतान किया गया। सार्वजनिक एवं वन भूमि पर वृक्षारोपण के तहत लगभग 35 हजार हैक्टेयर में वृक्षारोपण तथा 203 लाख पौधारोपण का कार्य किया गया। कार्यक्रम के तहत राज्य में अनुसूचित जाति के लगभग 14 हजार परिवारों को विभिन्न कार्यों एवं स्वरोजगार के लिए सहायता तथा लगभग ढ़ाई लाख छात्रों को पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति उपलब्ध करवाई गई। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्र्तगत 2 हजार 527 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर 97 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त की गई।
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि आई सी डी एस योजना में वैश्वीकरण के तहत 304 ब्लॉक में केन्द्र शुरू कर शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया गया। राज्य में 61 हजार 346 आंगनवाड़ी केन्द्र संचालित किए जा रहे है। सात सूत्रीय चार्टर के तहत 26 हजार 41 निर्धनतम परिवारों को सहायता से लाभान्वित किया गया।
बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्र्तगत 21 हजार 743 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को मिशन में लाया गया। इसी प्रकार 17 हजार 756 स्वंयसेवी सहायता समूहों को रिवोल्विंग फंड उपलब्ध करवाया गया। कुल 12 हजार 772 एसएचजी को सामुदायिक निवेश फंड उपलब्ध करवाया गया। इन सभी में लक्ष्य के विरूद्व 100 प्रतिशत से अधिक सफलता अर्जित की गई।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में खाद्य सुरक्षा के अन्र्तगत अन्त्योदय एवं अन्य लाभार्थियों को लगभग 25 लाख मीट्रिक टन खाद्य उपलब्ध करवाया गया। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्र्तगत लगभग 3 लाख 24 हजार घर निर्मित कर लक्ष्य से 152 प्रतिशत अधिक की उपलब्धि हासिल की गई। इसी प्रकार शहरी क्षेत्रों में लगभग 11 हजार ईडब्ल्यूएस एवं एलआईजी घर बनवाए गए। कार्यक्रम में 13 लाख 19 हजार 254 संस्थागत प्रसव करवाए गए।
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