जयपुर । मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना में कुल 24 हजार 303 संविदा कर्मचारी कार्यरत है, लेकिन दुखद स्थिति यह है कि पिछले पांच सालों से विभाग के जरिये किसी भी संविदा कर्मचारी को नियमित नहीं किया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वहीं बाड़मेर, डूंगरपुर, झुंझुुंनू और श्रीगंगानगर के संविदा कर्मचारियों का वेतन बकाया चल रहा है। राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए एक सवाल से यह खुलासा हुआ है।
प्रश्न के जवाब के मुताबिक मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बाडमेर में 113 कार्मिकों का वित्तीय वर्ष 2018-19 का 30.00 लाख रूपये बकाया था, जिसका भुगतान इस वित्तीय वर्ष में किया गया जिसके कारण इस वित्तीय वर्ष 2019-20 में सितम्बर 2019 से बाडमेर जिले के कार्मिकों का भुगतान नहीं हुआ है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डूंगरपुर के अधीन 52 कार्मिकों का नवम्बर 2019 से, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर-द्वितीय के अधीन सांगानेर ब्लॉक के 39 कार्मिको का अगस्त 2019 से एवं बालोतरा उप जिला चिकित्सालय में 5 कार्मिकों का जुलाई 2019 से वेतन बकाया है । जिला बाडमेर, जयपुर-द्वितीय एवं डॅूगरपुर को आवश्यकता अनुसार बजट आंवटित कर दिया गया हैा उक्त कार्मिकों का बकाया भुगतान अतिशीघ्र कर दिया जायेगा।
वहीं मुख्यमंत्री निशुल्क जॉच योजना अन्तर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी झुन्झुनू में 149 कार्मिकों का अक्टूबर 2019 से, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्रीगंगानगर में 7 कार्मिकों का अप्रेल 2019 से एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी श्रीगंगानगर में 8 कार्मिकों का मार्च 2018 से मानदेय बकाया हैं। इस के लिए अतिरिक्त बजट आवंटित किया जा चुका है। जिससे कार्मिकों को बकाया राशि का भुगतान अतिशीघ्र कर दिया जायेगा।
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