जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की पेपर लीक मामले में कोर्ट में पेशी के दौरान शनिवार को एक गंभीर हंगामा हुआ। राईका को कोर्ट ने शनिवार तक रिमांड पर सौंप दिया, जबकि पेशी के दौरान उन्होंने एक वकील को थप्पड़ मारने का इशारा किया, जिससे वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और कोर्ट में हंगामा शुरू हो गया।
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सूत्रों के मुताबिक रामू राम राईका को रविवार रात को गिरफ्तार किया गया था। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने राईका से 5 घंटे तक पूछताछ की, जो कि सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में एक प्रमुख आरोपी हैं। राईका को 4 जुलाई 2018 को बीजेपी सरकार (वसुंधरा राजे के तहत) के दौरान RPSC का सदस्य बनाया गया था और वे 4 जुलाई 2022 तक इस पद पर रहे।
इस मामले में शनिवार को एसओजी ने राजस्थान पुलिस अकादमी (RPA) से 5 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में लिया, जिनमें राईका के बेटे-बेटी भी शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों में राईका की बेटी शोभा राईका, देवेश राईका, मंजू देवी, अविनाश और विजेंद्र शामिल हैं। सभी आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया और 6 दिन की रिमांड पर सौंपा गया।
पेपर लीक मामले में एसओजी अब तक 42 चयनित ट्रेनी एसआई और 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले की जांच अप्रैल 2024 में शुरू की गई थी जब पहली बार ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी हुई। फिलहाल, कई ट्रेनी एसआई अभी भी एसओजी के रडार पर हैं।
कोर्ट में पेशी के दौरान राईका ने एक वकील को थप्पड़ मारने का इशारा किया, जिससे वकीलों में गुस्सा फैल गया। इसके बाद कोर्ट परिसर में हंगामा शुरू हो गया, और वकील अपने आक्रोश को प्रकट करने लगे।
इस पेपर लीक मामले ने राज्य में राजनीति और प्रशासनिक हलकों में खलबली मचा दी है, और इस मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी।
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